एप्पल न्यूज, शिमला
अखिल भारतीय कांग्रेस के सदस्य प्रदेश कांग्रेस सह प्रभारी गुरकीरत सिंह ने देश व प्रदेश मे भारी संख्या में प्रवासी मजदूरों के पलायन पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि इसें रोका जाना चाहिए। आज प्रदेश कांग्रेस सचिवों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में दूसरे चरण की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा की आज देश मे जिस प्रकार से इन श्रमिकों के हालात बने हुए है वह अति दुखदाई है।हर रोज पैदल जाते यह प्रवासी मजदूर अपनी बेबसी के चलते दर्दनाक हादसों का भी शिकार हो रहें है जो बहुत ही पीड़ा दायक है।उन्होंने प्रदेश कांग्रेस नेताओं का आह्वान किया कि जिस प्रकार से उन्होंने कोरोना के 54 दिनों के लॉक डाउन में लोगों की समस्याओं को दूर करने के लिए कार्य किया है वह सब बधाई के पात्र है।
उन्होंने इसके लिए प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर को बधाई देते हुए उम्मीद जाहिर की कि आगे आने वाली गंभीर चुनौती से निपटने में इसी प्रकार सफल होंगे।कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने प्रवासी मजदूरों की हालत पर अपनी चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा है कि उनकी इस दशा के लिए सरकार पूरी तरह दोषी है।उन्होंने कहा है कि भूखे प्यासे यह मजदूर आज इतने बेवस और मजबूर हो गए है कि वहअपने छोटे छोटे बच्चों के साथ तपती धूप में सेंकडो किलोमीटर पैदल चलने पर मजबूर है।आज उत्तर प्रदेश में एक सड़क हादसे पर भी उन्होंने दुःख जताया, जिसमें 24 श्रमिकों की दर्दनाक मृत्यु हो गई।
राठौर ने कहा कि कोविड 19 से प्रदेश पूरी तरह अस्त व्यस्त हो गया है।केंद्र सरकार बड़े बड़े आंकड़े देकर राहत देने की बाते तो कर रही है पर प्रदेश के किसानों बागवानों और आम आदमी को इसमें कोई भी राहत उन्हें नज़र नही आ रही है।राठौर ने कहा है कि लॉक डाउन की बजह से लोगों को जो परेशानियां हो रही है,उससे निपटने के कोई भी कारगर कदम सरकार द्वारा नही उठाये जा रहे है।उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना के मामलें बढ़ना चिन्ता का विषय है।उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के जन विरोधी किसी भी फैंसले का कड़ा विरोध किया जाएगा।उन्होंने प्रदेश में पत्रकारों पर गैरकानूनी ढंग से एफआईआर करने पर भी चिन्ता जताई। इस दौरान कांग्रेस सचिवों ने अपने अपने क्षेत्रों की कोरोना माहमारी व लॉक डाउन से उत्पन्न स्थिति की पूरी जानकारी देते हुए बताया कि अधिकतर अस्पतालों में इस माहमारी को लेकर न तो टेस्ट किट ही है और न ही सुरक्षा के पूरे उपकरण।उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह अस्त व्यस्त हो गई है।उन्होंने प्रदेश में क्वारन्टीन केंद्रों की दशा पर भी अपनी चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि इसमें सुविधाओं के अभाब में कार्यरत कर्मचारियों को कोई भी सुरक्षा उपकरण उपलब्ध नहीं करवाये गए है।कांग्रेस सचिवों ने प्रदेश में कृषि व बागवानी के उपयोग में होने वाले उपकरणों के लिए पेट्रोल व डीज़ल में विशेष रियायत देने की मांग को सरकार के समक्ष रखने की मांग की।कांग्रेस महासचिव रजनीश किमटा ने इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल होने के लिए सचिवों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि लॉक डाउन के दौरान जिस ढंग से पार्टी के सभी नेताओं ने अपनी सहभागिता दी है वह सरहानीय है।उन्होंने कहा कि पहले दौर में 32 सचिवों के साथ बैठक हुई थी आज सभी 37 कांग्रेस सचिवों के साथ एक बड़ी सार्थक बैठक हुई है।प्रदेश कांग्रेस सोशल मीडिया के अध्यक्ष अभिषेक राणा भी अन्यों के अतिरिक्त इस बैठक में प्रमुख तौर पर उपस्थित थे।