एप्पल न्यूज, सोलन
डॉ. यशवंत सिंह परमार औदयानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी के वैज्ञानिकों ने हाल ही में हैदराबाद में आयोजित संगोष्ठी में राज्य का नाम रोशन किया। विश्वविद्यालय ने सर्वश्रेष्ठ पेपर और फ़ेलोशिप पुरस्कार प्राप्त किया।
कृषि वानिकी पर अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना (एआईसीआरपी) की वार्षिक समूह बैठक एवं गुणवत्तापूर्ण रोपण सामग्री पर संगोष्ठी पर इस सप्ताह प्रोफेसर जयशंकर तेलंगाना राज्य कृषि विश्वविद्यालय, हैदराबाद में आयोजित की गई।
इसमें देश भर के सभी कृषि-जलवायु का प्रतिनिधित्व करने वाले 37 ए॰आई॰सी॰आर॰पी॰ कृषि वानिकी केंद्रों ने भाग लिया। कार्यक्रम का उद्घाटन भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के डेप्युटी डायरेक्टर जनरल डॉ एस॰के चौधरी द्वारा किया गया।
संगोष्ठी के दौरान इंडियन सोसाइटी ऑफ एग्रोफोरेस्ट्री (आई॰एस॰ए॰फ॰), झांसी के वार्षिक पुरस्कारों की घोषणा की गई। विश्वविद्यालय के विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. इंद्र देव को कृषि वानिकी अनुसंधान और विकास में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए आई॰एस॰ए॰फ॰ फेलोशिप पुरस्कार 2022 से सम्मानित किया गया।
इसके अतिरिक्त, विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों और रिसर्च स्कॉलर की एक टीम जिसमें डॉ. रोहित बिशिस्ट, डॉ. केएस पंत, डीचेन वांग्मो, कृष्ण लाल गौतम और खलंदर एस शामिल है, को हिमाचल प्रदेश की स्पीति घाटी में चारे की पोषण मूल्यांकन पर अपने शोध पत्र के लिए आई.ए.स.एफ. सर्वश्रेष्ठ पेपर पुरस्कार 2022 से नवाजा गया। यह पेपर वर्ष 2022 में इंडियन जर्नल ऑफ एग्रोफोरेस्ट्री में प्रकाशित हुआ था।
यह पुरस्कार आईसीएआर के सहायक महानिदेशक डॉ. राजबीर सिंह द्वारा केंद्रीय कृषि वानिकी अनुसंधान संस्थान, झांसी के निदेशक डॉ. ए अरुणाचलम की उपस्थिति में प्रदान किए गए।
इसके अलावा, कीट विज्ञान विभाग की स्नातकोत्तर छात्रा कृतिका सकलानी ने भी इस माह आयोजित कीट विज्ञान पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान भारतीय प्राणी सर्वेक्षण द्वारा उनके स्नातकोत्तर शोध के लिए द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।