एप्पल न्यूज़, शिमला
गोकुल गौ सदन जाठिया देवी की गौ माताएं भूखमरी की कगार पर पहुंच गई है। जिनके लिए चारा लाना अब एक बड़ी चुनौती बन गई है। कर्फ्यू के इस दौर में जब बाहर जाने की अनुमति नहीं है। ऐसे में गौशाला कमेटी ग्रामीणों की गुज़रिशे कर के अब तक गौ सदन में रखे पशुओं का पेट भर रही थी। मगर अब ग्रामीणों ने भी हाथ खड़े कर दिए है। ऐसे जब अब निजी घासनियों से भी दर्जनों की संख्या में गौशाला में रखे गौ का पेट भरना मुश्किल है।
आलम यह है कि अब गोकुल गौ सदन में एक वक्त का चारा जुटाना भी मुश्किल हो गया है। उधर प्रशासन से बार-बार आग्रह करने के बाद भी ज़िला प्रशासन कर्फ्यू पास नहीं बना रहा है। जिससे तुड़ी लाई जा सके।दो बार आवेदन करने के बाद भी पास की अनुमति नहीं मिल रही है। गोकुल गौसदन क्योंथल समाजिक सांस्कृतिक उत्थान संस्था जाठिया देवी के अध्यक्ष गोपाल ठाकुर का कहना है कि ज़िला प्रशासन ने व्हाट्सएप और लैंडलाइन नम्बर जारी किए थे यह बोल कर कि आवश्यकता पड़ने पर पास बनाये जाएंगे।
ज़िला प्रशासन के समक्ष बार-बार आग्रह करने के बाद भी पास नहीं बनाया जा रहा। बल्कि व्हाट्सएप नम्बर पर जरूरी सभी दस्तावेज भेजे गए थे और गाय के चारे के लिए तुड़ी लाने के लिए बाहर जाने की अनुमति मांगी थी। ताकि गाय भूखी न मरे।
उन्होंने कहा कि गौशाला में चारा खत्म हो गया है । इसलिए तुडी़ लाने के लिए तुरन्त पास बनाया जाना अति आवश्यक है, नहीं तो गाय भुखी मर जायेंगी। हमने इसी पास के लिए दिनांक 01-04-20 व 03-04-20 को आनलाईन भी आवेदन किया था, लेकिन वहां उसे रद्द कर दिया गया है । उन्होंने आग्रह किया है कि पास के लिए आवेदन पर प्राथमिकता के आधार पर गंभीरता से निर्णय लिया जाए या फिर प्रशासन गौ सदन को स्वयं चारा उपलब्ध करवाएं।