IMG_20250501_120218
IMG-20250530-WA0009
file_00000000784861f8b70cfecce65018fe (1)
previous arrow
next arrow

IIT मंडी की टीम करेगी भीमकाली मंदिर सराहन के धंसते हिस्से का अध्ययन, अब तक हुई 3.97 करोड़ आय- विक्रमादित्य

file_00000000934c61f8b77af5384f2a351e
file_00000000a3d461f9a909a929a40f939d
file_0000000006c861fb9906286a4ab087a2
file_000000006e746230a2a51781dd51f8fa
previous arrow
next arrow

मंदिर न्यास समिति की बैठक लोक निर्माण मंत्री की अध्यक्षता में आयोजित 

भीमा काली मंदिर न्यास सराहन की बैठक वीरवार को सर्किट हाउस रामपुर में आयोजित की गई जिसकी अध्यक्षता लोक निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने की।

लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि मंदिर की वेबसाइट को अपडेट रखा जाए तथा इसमें न्यास की हर गतिविधि के बारे में जानकारी समय-समय पर सांझा की जाए। उन्होंने कहा कि न्यास के कई प्रस्तावों को स्वीकृति दी गई है।

उन्होंने कहा कि न्यास एक अत्याधुनिक एंबुलेंस की सुविधा भी शुरू करेगी। बैठक में एंबुलेंस खरीदने की अनुमति भी प्रदान की गई।

उन्होंने कहा कि बैठक के दौरान ही आईआईटी मंडी के विशेषज्ञ से फोन के माध्यम से बात हुई है जिसमें मंदिर के एक हिस्से के धंसने को लेकर विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने को लेकर की गई।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि न्यास का संयुक्त बोर्ड प्रमुख स्थानों पर लगेगा जिसमें अधीन आने वाले मंदिरों के बारे में संक्षिप्त जानकारी होगी। बैठक में फैसला लिया कि श्री हाटकोटी मंदिर में सोलर सिस्टम प्लांट लगाया जाएगा ताकि सर्दियों में गर्म पानी की उपलब्धता श्रद्धालुओं के लिए हो सके।

न्यास के अधीन नर सिंह परिसर रामपुर, श्री रघुनाथ बड़ा अखाड़ा मंदिर परिसर, विश्राम गृह सराहन, श्री अयोध्यानाथ मंदिर परिसर रामपुर, भीमाकाली सराहन मंदिर और श्राई कोटी मंदिर शामिल हैं।

यह रहे मौजूद

इस मौके पर स्थानीय विधायक व 7वें राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष नंद लाल, उपमंडल दण्डाधिकारी रामपुर निशांत तोमर, जिला भाषा अधिकारी अनिल हारटा, न्यास के सदस्य एसपी नेगी, दीपक सूद, अनिरुद्ध सिंह विष्ट, जगदीप शर्मा, विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति भी विशेष तौर पर मौजूद रहे।

छात्रवृति फंड देगा सराहन मंदिर

सराहन मंदिर न्यास क्षेत्र के होनहार बच्चों की पढ़ाई में आर्थिक सहायता भी प्रदान करता है। ऐसे में अब न्यास ने फैसला लिया है कि छात्रवृत्ति के नाम से अलग से फंड का प्रावधान किया जाएगा ताकि जरूरतमंद छात्रों को अपनी पढ़ाई निरंतर जारी रखने में मंदिर न्यास अग्रणी भूमिका निभाए। 

आईआईटी मंडी करेगा मंदिर भवन का अध्ययन

मंदिर भवन के एक हिस्से में हो रहे झुकाव को लेकर आईआईटी मंडी की टीम के माध्यम से स्टडी रिपोर्ट तैयार करवाई जाएगी।

बैठक में फैसला लिया गया कि पिछले कई सालों से मंदिर का एक हिस्सा लगातार धंस रहा है। ऐसे में नया निर्माण कार्य या मरम्मत कार्य तभी करवाया जा सकता है जब इसके बारे में विशेषज्ञों की रिपोर्ट हो।

लोक निर्माण मंत्री ने अधिशाषी अभियंता पीडब्ल्यूडी को निर्देश दिए कि आईआईटी मंडी से पत्राचार करके तुरंत उक्त मामले में रिपोर्ट तैयार करवाई जाए। 

मंदिर न्यास की आय

30 सितंबर 2024 तक मंदिर न्यास को कुल 3 करोड़ 96 लाख 84 हजार 264 रुपए की आय हुई है जबकि 83 लाख 81 हजार 406 रुपए विभिन्न विकास कार्यों पर खर्च किए जा चुके है।

न्यास के विभिन्न बैंक खातों में 6 करोड़ 95 लाख 94 हजार 185 रुपए की राशि सावधि के तौर पर जमा है। आगामी वित्तीय वर्ष के लिए सालाना 03 करोड़ 5 हजार रुपए खर्च होने का अनुमान है।

इसमें 1.50 करोड़ रुपए मरम्मत और निर्माण के लिए, बिजली और टेलीफोन बिल आदि के 4 लाख रुपए, मंदिर पूजा में 5 लाख, भंडारे पर 5 लाख रुपए, त्योहारों पर 7 लाख रुपए, वेतन एवं अन्य भत्तों पर 1.50 करोड़ रुपए, हाउस टैक्स व जीएसटी पर 70 हजार, कार्यालय व टीए खर्च पर 1 लाख, छात्रवृत्ति फंड पर 03 लाख रुपए, सेवानिवृति ग्रेच्युटी खर्च पर 01 लाख रुपए, कर्मचारियों पर 3 लाख रुपए का खर्च शामिल है।

रोहड़ू और नीरथ में बन रहे गौ सदन

उन्होंने कहा कि रोहड़ू में न्यास के माध्यम से 03 करोड़ रुपए की लागत से गौ सदन बनाया जा रहा है। इसी के साथ नीरथ में भी गौ सदन बनाया जा रहा है ताकि इन क्षेत्रों के बेसहारा गाय और गौ वंश को सरंक्षण मिल सके।

उन्होंने कहा कि न्यास की स्थापना पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह ने की थी। उनका लक्ष्य था की देव नीति का सरंक्षण और जन कल्याण के कार्यों को बढ़ावा दिया जा सके।  

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि न्यास की जमीनों का इस्तेमाल लोगों को सुविधाएं देने में किस तरह किया जा सकता है।इस विषय पर बैठक में विस्तृत तौर पर चर्चा हुई।

यह हुए फैसले

सराहन मंदिर में रसोइया नियुक्त करने की अनुमति प्रदान की गई है।

न्यास कार्यालय रामपुर में सहायक मंदिर अधिकारी की सेवानिवृति के उपरांत एक लिपिक नियुक्त करने की अनुमति दी गई।

श्री भीमा काली मंदिर सराहन में मंदिर परिसर व पार्क के लिए सौंदरीयकरण कार्य को मंजूरी दी गई। इसके साथ ही रामपुर स्थित छः मंदिरों में भी गमले लगाए जाने को मंजूरी दी गई।

मंदिर परिसर में लाइट्स लगाए जाने को लेकर विस्तृत प्रोजेक्ट तैयार करने के निर्देश दिए गए।

अयोध्यानाथ मंदिर परिसर में मुख्य मंदिर के चारों तरफ लोहे की ग्रिल स्थापित करने की अनुमति प्रदान की गई।

मंदिर न्यास में कार्यरत कर्मचारियों के वेतन भत्तों की विसंगतियों को सुधारने की अनुमति दी गई। अब कर्मचारी की सेवानिवृत्ति पर 1.50 लाख रुपए और सेवाकाल के दौरान आकस्मिक निधन होने पर 2.5 लाख रुपए देने की अनुमति दी गई।

न्यास कर्मचारियों का चिकित्सा भत्ता 250 रुपए से बढ़ाकर 500 रुपए करने की अनुमति दी गई। अगर कर्मचारी अस्पताल में बीमारी के चलते दाखिल होता है तो सरकारी दरों पर चिकित्सा बिलों का भुगतान करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।

श्री भीमा मंदिर सराहन में सहायक प्रभारी की नियुक्ति को मंजूरी दी गई।

श्री रघुनाथ रोहड़ू के देव स्थान के मरम्मत कार्य और रसोई निर्माण को 1.50 लाख रुपए देने की अनुमति दी गई। वहीं श्री रघुनाथ दशलानी मंदिर में चौकीदार के लिए कमरा और रसोई घर मरम्मत के लिए भी मंजूरी दी।

इसी मंदिर के अधीन समाला में 4 लाख 99 हजार 229 रुपए से सुरक्षा दीवार लगाई जाएगी। मंदिर दशलानी में एमसी रोहड़ू के माध्यम से निरंतर सफाई करवाई जाएगी।

भद्राश में न्यास की भूमि पर सामुदायिक सराय बनाने को लेकर ग्रामीण विकास समिति को अनुमति दी गई।

रामपुर विस क्षेत्र में पीडब्लूडी में माध्यम से हो रहे 400 करोड़ के विकासकार्य

टिक्कर-खमाडी सड़क के लिए 55 करोड़ स्वीकृत

रामपुर विधानसभा क्षेत्र में लोक निर्माण विभाग के माध्यम से हो रहे विकास कार्यों की समीक्षा बैठक भी आयोजित की गई। उन्होंने कहा कि तकरीबन 400 करोड़ रुपए लोक निर्माण विभाग की ओर से विभिन्न विकासात्मक कार्यों पर खर्च हो रहें है। इसमें नाबार्ड, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अलावा अन्य योजनाओं के तहत खर्च हो रहे है।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की मदद से 55 करोड़ रुपए की लागत से रामपुर विधानसभा क्षेत्र में टिक्कर-खमाडी सड़क के लिए स्वीकृत हुए है। उन्होंने कहा जल्द ही आधारशिला रखी जाएगी और जनवरी महीने में कार्य शुरू कर दिया जाएगा।

Share from A4appleNews:

Next Post

मौन हुई सूरजमणी की "शहनाई की गूँज"

Fri Oct 11 , 2024
डॉ राजेश चौहान एप्पल न्यूज़, शिमला हिमाचल प्रदेश के संगीत और सांस्कृतिक परंपरा में शहनाई वादन का अपना विशेष स्थान रहा है, और इस परंपरा को संजीवनी देने वाले थे मंडी जिले के चच्योट गांव के निवासी सूरजमणी। उनका नाम शहनाई वादन की कला के शिखर पुरुषों में शुमार है, […]

You May Like

Breaking News