60 दिन के बाद पोस्टपोन की गई भर्तियां फिर से हो जाएगी शुरू
एप्पल न्यूज़, शिमला
हिमाचल कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर की महिला कर्मचारी की JOA IT पेपर लीक में गिरफ्तारी के बाद सरकार ने चयन आयोग सस्पेंड कर दिया है और भर्तियों पर भी रोक लगा दी है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला में पत्रकार वार्ता कर कहा कि वर्तमान कांग्रेस सरकार सत्ता में व्यवस्था परिवर्तन के लिए आई है। नौकरियों में पिछले पांच वर्षों में व्याप्त भ्रष्टाचार हुआ है जिसे जड़ से खत्म करने की कांग्रेस सरकार की प्रतिबद्धता हैं।
पूर्व की भाजपा सरकार में हिमाचल प्रदेश में पेपर लीक माफिया पनपा है और कहीं ना कहीं भाजपा सरकार इसके लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार है। आने वाले समय में पेपर लीक माफिया को लेकर बड़े खुलासे भी होने वाले हैं।
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पिछले 5 साल में गलत तरीके से सरकारी भर्तियां हुई है और सरकार की संलिप्ता भी इसमें हो सकती है।
पुलिस पेपर लीक मामला पूर्व सरकार के समय का एक बड़ा उदाहरण है जिसको लेकर भी सरकार जांच कर रही है लेकिन पूर्व की भाजपा सरकार ने इसको लेकर भी गंभीरता नहीं दिखाई। JOA IT पेपर लीक मामले मामले को लेकर फिलहाल एसआईटी जांच कर रही है।
सरकार ने सभी भर्तियों को पोस्टपोन किया है और अगले 60 दिन के बाद फिर से भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी। क्योंकि आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठे हैं ऐसे में भर्तियों को जारी नहीं रखा जा सकता।
सरकार भ्रष्टाचार मुक्त भर्ती के लिए मैकेनिज्म तैयार कर रही है ताकि नौकरियों में पारदर्शिता आए और वर्षों से मेहनत कर रहे लाखों बेरोजगार युवाओं के साथ कोई धोखा ना हो।
मुख्यमंत्री ने साफ दावा किया कि हिमाचल में जीरो टोलरेंस करप्शन फ्री सरकार देना कांग्रेस का वादा है और इसी दिशा में सरकार आगे भी बढ़ रही है।
मुख्य बिन्दुः
पीसी एक्ट की धारा-7 और भारतीय दंड संहिता की धारा 420/120बी के अन्तर्गत पुलिस स्टेशन, राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, हमीरपुर में दर्ज एफआईआर संख्या 4/2022 का क्रमवार सारांश:-
1. सार: पुलिस स्टेशन, राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, हमीरपुर में दिनांक 23.12.2022 को अभिलाष कुमार सुपुत्र मदन लाल, गांव एवं डाकघर टिहरा, तहसील सुजानपुर, जिला हमीरपुर द्वारा पीसी एक्ट की धारा-7, 7 (ए) और भारतीय दंड संहिता की धारा 420/120बी के अन्तर्गत एक प्राथमिकी (एफआईआर) संख्या 4/22 दर्ज करवाई गई।
उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि संजय (संजीव कुमार) ने उन्हें आश्वस्त किया था कि वह अढ़ाई लाख रुपये में आगामी जे.ओ.ए. (आई.टी.) का प्रश्न पत्र उपलब्ध करवाएगा।
शिकायतकर्ता ने बताया कि दलाल संजय (संजीव) ने उसे विश्वास में लेते हुए बताया कि उसने स्वयं भी 185 में से 170 अंक प्राप्त कर जे.ओ.ए. (आई.टी.)-2021 की परीक्षा उत्तीर्ण की है।
यह सूचना मिलने पर पुलिस दल ने हिमाचल प्रदेश अधीनस्थ कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर की वरिष्ठ सहायक उमा आजाद के घर पर छापामारी की जहां कि शिकायतकर्ता को प्रश्नपत्र सौंपने के लिए ले जाया गया था।
छापामारी के दौरान वहां से प्रश्नपत्र बरामद किया गया और 06 आरोपियों को उनके घरों से गिरफ्तार किया गया।
2. आरोपियों के नाम:
1. उमा आजाद, पत्नी नरेश कुमार, निवासी गांव बड़ई, डाकघर करोट, तहसील सुजानपुर, जिला हमीरपुर, हिमाचल प्रदेश। वर्तमान में निवासी हाउस नंबर- ई-306, वार्ड नंबर-7, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, हमीरपुर, डाकघर एवं तहसील हमीरपुर, उम्र- 45 वर्ष।
2. निखिल कुमार आजाद, पुत्र नरेश कुमार, निवासी गांव बड़ई, डाकघर करोट, तहसील सुजानपुर, जिला हमीरपुर, हिमाचल प्रदेश।
3. संजीव कुमार उर्फ संजय, पुत्र कशोरी लाल, निवासी गांव कंद्रोइया, पुलिस थाना नादौन, जिला हमीरपुर।
4. नीरज, पुत्र रमेश चंद, निवासी गांव बागना, डाकघर बासाधार, तहसील ठियोग, जिला शिमला।
5. अजय शर्मा।
6. तनु शर्मा।
3. घर की तलाशी के दौरान की गई जब्ती: एफआईआर दर्ज होने के अगले दिन आरोपी के घर की तलाशी ली गई, जिसमें निम्नलिखित जब्ती की गई।
1. नकदी बरामद- 6.40 लाख रुपये।
2. आई.ई. एक्ट की धारा 27 के तहत जब्त की गई नकदी- 1.50 लाख रुपये
3. प्रश्न पत्रों के 03 सेट।
क.) जूनियर ऑडिटर – तिथि अभी घोषित नहीं।
ख.) कम्प्यूटर ऑपरेटर – 01.01.2023
ग.) जे.ओ.ए. (आई.टी.) 965 – (25.12.2022 को निर्धारित)
बरामद किए गए सभी प्रश्न पत्रों को सत्यापित किया गया है और वे सही पाए गए हैं। सभी आरोपियों को 28.12.2022 तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।
4. सतर्कता ब्यूरो के मुख्यालय में हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षाओं से सम्बन्धित प्राप्त शिकायतें
सतर्कता ब्यूरो के पास व्हट्सऐप और वेबसाइट पोर्टल के माध्यम से पिछले कुछ समय में हुई परीक्षाओं के संचालन में गड़बड़ियों से सम्बन्धित शिकायतें प्राप्त हुई हैं।
अभी तक अन्य परीक्षाओं से सम्बन्धित 04 शिकायतें प्राप्त हुई हैं जो कि निम्नानुसार हैं:
- शिकायत संख्या-1-एच.पी.एस.वी. 122224-110
- शिकायत संख्या-2 -एच.पी.एस.वी. 221226-114
- यह दोनों शिकायतें पोस्ट कोड नंबर 915 में गड़बड़ियों से संबंधित हैं।
- शिकायत संख्या-3 -जे.ओ.ए.(आई.टी.) पोस्ट कोड 817 से संबंधित।
- शिकायत संख्या-4 में निम्नलिखित परीक्षाओं के बारे में शिकायत की गई है-
- सहायक अधीक्षक जेल परीक्षा
- जेल वेलफेयर ऑफिसर
- हॉस्टल वार्डन
- सहायक खनन निरीक्षक
- स्टोर कीपर
- ट्रैफिक इन्सपेक्टर
- जे.ई. सिविल
- भाषा अध्यापक
5. पुलिस स्टेशन हमीरपुर में प्राप्त शिकायतें:
- सूत्रों के अनुसार आयोग में तैनात एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी उम्मीदवारों से पैसा लेकर उन्हें पास करवाता था।
- एक अन्य सूत्र के अनुसार एक विशेष परीक्षा केन्द्र से ही अधिक संख्या में उम्मीदवारों का चयन किया गया। इन शिकायतों का सत्यापन किया जा रहा है।
- एक अन्य व्यक्ति ने भी जे.ओ.ए.(आई.टी.) पोस्ट कोड नंबर 962 से संबंधित लिखित शिकायत दी है।
6. हिमाचल प्रदेश अधीनस्थ कर्मचारी चयन आयोग में भर्तियों से संबंधित गड़बड़ियों के बारे में जांच के लिए राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो मुख्यालय द्वारा विशेष जांच दल (एस.आई.टी.) का गठन किया गया है।
- जी. शिवा कुमार, आईपीएस, उप पुलिस महानिरीक्षक, राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो इस विशेष जांच दल का नेतृत्व कर रहे हैं।
- अंजुम आरा, आईपीएस, पुलिस अधीक्षक, राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, एसआर, कैलाश शर्मा, पुलिस उपाधीक्षक, राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, एसआईओ दक्षिणी रेंज, राहुल नाथ, आईपीएस, पुलिस अधीक्षक, सीआर और अजय जरीन, पुलिस उपाधीक्षक कुल्लू, मध्य क्षेत्र में और बलबीर सिंह, पुलिस अधीक्षक, एनआर और अभिमन्यु वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंबा, उत्तरी क्षेत्र में इनकी सहायता करेंगे।
- उप पुलिस महानिरीक्षक अपने साथ राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की प्रत्येक जिला इकाई से एक निरीक्षक/उप-निरीक्षक की आवश्यकतानुसार सेवाएं ले सकते हैं।
- उप पुलिस महानिरीक्षक की सहायता के लिए हमीरपुर में चल रही जांच में सहयोग हेतु एक तकनीकी दल भी गठित किया गया है, जिसका नेतृत्व राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पंकज शर्मा कर रहे हैं।
- उनकी सहायता के लिए राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भोपिंद्र बरागटा और उप पुलिस अधीक्षक कमल वर्मा मुख्यालय से कार्य करेंगे। यह दल एसआईटी के मुखिया उप पुलिस महानिरीक्षक के सीधे निर्देशाधीन कार्य करेगा।
- उप पुलिस महानिरीक्षक तत्काल प्रभाव से हमीरपुर के लिए रवाना होंगे और तथ्यों की जांच के उपरांत अपनी कार्य योजना तैयार करेंगे।
- विशेष जांच दल में शामिल राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के सभी अधिकारियों को अपने स्थानों पर तत्काल ड्यूटी पर पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं और उनके अवकाश 26.12.2022 की दोपहर को निरस्त समझे जाएंगे।
7. 25.12.2022 को आयोजित परीक्षा से संबंधित सभी उम्मीदवारों का रिकॉर्ड ले लिया गया है और दलालों द्वारा उनसे संपर्क करने से संबंधित मामले की छानबीन की जा रही है।