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पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट द्वारा गठित 5 सदस्यीय समिति ने राज्य फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला जुन्गा का दौरा किया

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पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय द्वारा गठित पांच सदस्यीय समिति ने राज्य फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला, जुन्गा का दौरा किया।

उच्च न्यायालय द्वारा गठित समिति में धीरेन्द्र कुमार तिवारी IAS, अतिरिक्त मुख्य सचिव सामाजिक न्याय, सशक्तिकरण एवं अल्पसंख्यक विभाग, वी नीरजा IPS, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, साईबर अपराध पंजाब, नीलकंठ एस0 अव्हद IAS, प्रमुख सचिव जल आपूर्ति एवं स्वच्छता विभाग, जसविन्द्र कौर सिधू IAS, सचिव गृह मामले एवं न्याय विभाग तथा निदेशक, फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला पंजाब और डॉ0 अश्विनी कालिया, उप-निदेशक, फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला पंजाब ने राज्य फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला जुन्गा के जीव एवं सीरम, रसायन एवं विष, भौतिक एवं आग्नेय, दस्तावेज एवं फोटो, डी0एन0ए0, डिजिटल फॉरेंसिक, एन0डी0पी0एस0, आवाज विश्लेषण, फॉरेंसिक मनोविज्ञान और अंगुल छाप ब्यूरो डिविजनों का दौरा किया।


गौरतलब है कि पंजाब एवं हरियाणा मान्नीय उच्च न्यायालय द्वारा गठित समिति को पंजाब फॉरेंसिक प्रयोगशाला में समग्र कार्यकरण मेंं सुधार के लिए निदेशालय फॉरेंसिक सेवाएं, हिमाचल प्रदेश की कार्य प्रणाली, मानकों एवं मापदण्डों का जायजा लेने का निर्देश दिया था ताकि समिति द्वारा फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला, पंजाब की कार्य प्रणाली में सुधार के लिए विस्तृत सुझाव दिए जा सके।

डॉ0 मीनाक्षी महाजन, निदेशक, फॉरेंसिक सेवाएं, हिमाचल प्रदेश ने बताया कि राज्य फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला, जुन्गा, राष्ट््रीय परीक्षण और अंशशोधन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड जोकि भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के अंतर्गत एक स्वायत निकाय है, जोकि परीक्षण की तकनीकि क्षमता के लिए प्रयोगशालाओं का मुल्यांकन करता है तथा राज्य विज्ञान प्रयोगशाला वर्ष 2018 से मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला है।

डॉ0 एस0 के0 पाल, सहायक निदेशक एवं प्रवक्ता फॉरेंसिक निदेशालय जुन्गा ने कहा कि राज्य फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला में दस डिवीजन हैं जिसमें विभिन्न प्रकार के आपराधिक मामलों का परीक्षण किया जाता है तथा सम्बन्धित जांच ऐजेंसियों को वैज्ञानिक रिपोर्ट दी जाती है।

राज्य फॉरेंसिक निदेशालय के अर्न्तगत दो क्षेत्रीय फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशालाएं धर्मशाला एवं मण्डी तथा तीन जिला फॉरेंसिक ईकाईयां हैं। जिला फॉरेंसिक ईकाईयां अपराध घटना स्थ्लों के निरीक्षण के लिए गठित की गई हैं।

फॉरेंसिक निदेशालय एशियन फॉरेंसिक सांईस नेटवर्क का सदस्य है तथा सी0बी0आई0 तथा एन0आई0ए0 द्वारा पंजीकृत आपराधिक मामलों के विश्लेषण के लिए अधिकृत सैंन्टर भी है।

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