एप्पल न्यूज़, शिमला
लॉकडाउन के बीच हिमाचल सरकार भले ही कई छूट दे रही हो लेकिन छह जिलों में चिन्हित 83 पंचायतें, 11 वार्ड और दो शहरी क्षेत्र अभी कंटेनमेंट-बफर जोन में शामिल हैं। फिलहाल ये क्षेत्र सील रहेंगे और यहां कोई रियायत नहीं दी जाएगी। इनमें सबसे ज्यादा 41 पंचायतें और दो शहरी क्षेत्र सोलन जिला के हैं। हमीरपुर में 19 पंचायतें, 11 वार्ड जबकि चंबा में नौ, ऊना और सिरमौर में 6-6 और कांगड़ा जिला में दो पंचायतें शामिल हैं।
कांगड़ा जिला में इस समय दो हॉटस्पॉट हैं, जिसमें गंगथ और अनूही पंचायत के क्षेत्र शामिल हैं। इस क्षेत्रों में किसी भी प्रकार की कोई छूट नहीं दी जाएगी। चंबा जिला में दो पंचायतें कंटेनमेंट जोन में शामिल हैं। गड़फरी और तीसा द्वितीय कंटेनमेंट जोन में हैं। सात पंचायतें बफर जोन में हैं। इनमें भंजराड़ू, तीसा प्रथम, लेसुई, खजुआ, जुंगरा, थल्ली और खुशनगरी शामिल हैं।
जिला ऊना की पंचायत कुठेड़ा खैरला, कटौहड़ खुर्द, राजपुर जसवां, पंजोआ लडोली, नकड़ोह, चौकी मन्यार हॉटस्पॉट एरिया में शामिल हैं। इन पंचायतों के बाहर तीन किलोमीटर का एरिया बफर जोन में शामिल किया गया है।
हमीरपुर उपमंडल के अंतर्गत नगर परिषद हमीरपुर के सभी 11 वार्डों तथा ग्राम पंचायत बजूरी, दड़ूही और अणु तथा नादौन उपमंडल के अंतर्गत ग्राम पंचायत जोल सप्पड़, रंगस तथा बोणी को कंटेनमेंट जोन में रखा गया है। इसके अतिरिक्त साथ लगती हमीरपुर उपमंडल की ग्राम पंचायत बस्सी-झनियारा, मत्ती-टिहरा, बल्ह, नेरी, जंगल-रोपा, सराहकड़, स्वाहल, डुग्गा तथा सासन और नादौन उपमंडल की ग्राम पंचायत रैल, बलडूहक, सनाही, कंदरोल एवं पलासी को बफर जोन घोषित किया गया है।
उपायुक्त के आदेशों के अनुसार किसी भी परिस्थिति में इन कंटेनमेंट एवं बफर क्षेत्र में किसी भी प्रकार की आवाजाही नहीं होगी और इन क्षेत्रों से किसी के भी बाहर या भीतर आने-जाने पर प्रतिबंध रहेगा।
सोलन में कंटेनमेंट जोन में कोई बदलाव नहीं होगा। जिले में बीबीएनडीए के तहत नालागढ़ व बद्दी शहरी क्षेत्रों के अलावा 41 पंचायतों कालूझिंडा, मंधाला, सूरजपुर, बरोटीवाला, भटौलीकलां, गुल्लरवाला, लेही, संडौली, मलपुर, थाना, किशनपुरा, ढेला, लोधीमाजरा, नंदपुर, मानपुरा, सनेड़, खेड़ा, किरपालपुर, राजपुरा, मंझौली, प्लासीकलां, ढांग निहली, माजरा, रड़ियाली, भाटियां, गोलजमाला, भोगपुर, नवांग्राम, पंजैहरा, बगलैहड़, जगतपुर, जोघों, कश्मीरपुर, बरूणा, करसौली, बैरछा, मस्तानपुरा, घोलोंवाल, खिल्लियां, बघेरी और दभोटा शामिल है।
सिरमौर जिले में लोहगढ़ और मिश्रवाला के लगभग तीन किलोमीटर क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन की श्रेणी में रखा गया है। हरिपुरखोल, पल्होड़ी, माजरा, पुरूवाला, तारूवाला, पिपलीवाला आदि इलाके बफर जोन में रखे गए हैं। सिरमौर जिले की 228 पंचायतों में से 178 पंचायतों में मनरेगा के सभी तरह के कार्य 21 अप्रैल से शुरू किए जा सकते हैं।
नदियों में मछली पकड़ने की दी छूट गई है। 450 उद्योगों में से दवाइयों व अन्य जरूरी वस्तुओं के लगभग 175 उद्योग चल रहे हैं। पांवटा व नाहन वन मंडल के 20 वनरक्षक मिश्रवाला, लोहगढ़ व तारुवाला के हॉटस्पॉट क्षेत्रों, नाकों व क्वारंटीन केन्द्रों में मुस्तैदी से ड्यूटी निभा रहे हैं