एप्पल न्यूज, शिमला
हिमाचल प्रदेश में शिमला समेत अन्य ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी शुरू होने से लोगों को लंबे समय से चले आ रहे सूखे से राहत मिलने की उम्मीद है। प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में रविवार से मौसम में बदलाव देखा जा रहा है।
खासतौर पर रोहतांग दर्रे पर हुई हल्की बर्फबारी ने ठंड का प्रकोप और बढ़ा दिया है। इससे प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।
मौसम विभाग ने इस स्थिति को देखते हुए 26 दिसंबर तक शीतलहर को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक शोभित कटियार ने बताया कि प्रदेश के मध्य और ऊंचाई वाले इलाकों में आज और कल (24 और 25 दिसंबर) मौसम खराब रहने की संभावना है।
उन्होंने कहा कि 27 और 28 दिसंबर को पूरे प्रदेश में व्यापक स्तर पर बारिश और बर्फबारी हो सकती है, जिससे ठंड और भी ज्यादा बढ़ने की संभावना है।
प्रदेश में लंबे समय से जारी सूखे ने लोगों को काफी परेशान किया था। फसलों और जल स्रोतों पर इसका बुरा असर पड़ा था। ऐसे में बर्फबारी और बारिश का होना प्रदेश के किसानों और आम जनता के लिए राहत की खबर है।
बर्फबारी से जहां पर्यावरणीय संतुलन कायम होगा, वहीं जल स्रोत भी भरने की उम्मीद है, जो गर्मियों के दौरान जल संकट को कम करने में मदद करेगा।
हालांकि, इस मौसम परिवर्तन ने ठंड और शीतलहर का प्रकोप बढ़ा दिया है। बर्फबारी और शीतलहर के चलते लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। प्रशासन ने इस संबंध में लोगों को आवश्यक निर्देश जारी किए हैं।
खासतौर पर पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा कर रहे लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी गई है, क्योंकि बर्फबारी के कारण सड़कों पर फिसलन बढ़ सकती है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा हो सकता है।
पर्यटन के दृष्टिकोण से भी यह बर्फबारी महत्वपूर्ण है। शिमला, मनाली, और रोहतांग जैसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों पर बर्फबारी देखने के लिए हर साल हजारों पर्यटक आते हैं। इस बर्फबारी से प्रदेश के पर्यटन उद्योग को भी लाभ होने की संभावना है।
होटल व्यवसायी और स्थानीय व्यापारी उम्मीद कर रहे हैं कि क्रिसमस और नए साल के दौरान पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी, जिससे उनकी आय में सुधार होगा।
हालांकि, बदलते मौसम के साथ-साथ प्रशासन को यह सुनिश्चित करना होगा कि आवश्यक सेवाएं प्रभावित न हों। बिजली, पानी और यातायात जैसी सुविधाओं को सुचारू बनाए रखना एक चुनौती हो सकती है।
स्थानीय निवासियों को भी अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने और शीतलहर के प्रभाव से बचने के लिए गर्म कपड़ों और हीटर का उपयोग करने की सलाह दी जा रही है।
इस प्रकार, हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी और बारिश जहां एक ओर राहत लेकर आई है, वहीं दूसरी ओर ठंड का प्रकोप और बढ़ा दिया है। प्रशासन और स्थानीय लोग इस मौसम बदलाव के लिए तैयार हैं, और यह उम्मीद की जा रही है कि यह बर्फबारी प्रदेश के लिए कई मायनों में लाभकारी सिद्ध होगी।