अप्पल न्यूज, न्यूली, कुल्लू
पिछले करीब दो महीनों से घोषित कर्फ़्यू एवं लॉकडाउन के कारण जिला में राज्यस्तर के मेलों से लेकर गांव स्तर के देवकारज स्थगित किए गए। वहीं हाल ही में जिला के सबसे दुर्गम गांव एवं आध्यात्मिक दृष्टि से सबसे प्रमुख स्थान शाकटी-मरौड़ की देवता कमेटी ने आराध्य देवता धूमल ऋषि के पर्व को न मनाने का फैसला लिया है।
हालांकि कमेटी के मुख्य कारकून परंपरा का निर्वहन करते हुए रस्म को निभाएंगे लेकिन अन्य ग्रामीणों तथा दूसरी जगह से आने बाले श्रद्धालुओं के आने या एकत्रित होने पर पूर्ण पाबन्दी रहेगी ।
देवता धूमल के कारदार लाल सिंह, गूर जय प्रकाश, कारकून हीरा सिंह, डोला, लग्न चंद, सेसराम तथा राजपाल ठाकुर ने कहा कि आषाढ़ संक्रांति को प्रतिवर्ष धूमल ऋषि का अवतरण दिवस मनाया जाता है जो इस वर्ष 14 जून को प्रस्तावित था।
महामारी के चलते तथा सरकार एवं प्रशासन के दिशा-निर्देशानुसार सिर्फ देवता कमेटी के तीन सदस्य इस पर्व की रस्म को पूरा करेंगे । देवता कमेटी ने सभी श्रद्धालुओं आग्रह किया है कि इस बार कोई भी देवदर्शन के लिए न आएं ।