एप्पल न्यूज़, शिमला
निर्भय, सत्यनिष्ठ और निष्पक्ष कही जाने वाली हिमाचल पुलिस के एक अधिकारी ने निर्भय होकर निष्पक्षता के साथ काम नहीं किया बल्कि अपने चहेते कर्मचारी को प्रमोशन में लाभ देने के लिए नियम कायदों को ठेंगा दिखा दिया। मामला शिमला में तैनात सी एंड टीएस विंग के एक बड़े अधिकारी का है जिसने अपने अधीनस्थ को एक ही मैडल के आधार पर दो बार प्रमोशन करवा दी।
अब जब आला अधिकारीयों को इस बात का पता चला तो इस अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है। साथ ही सख्त हिदायत दी गई है कि क्यों न उक्त अधिकारी पर क्रिमिनल केस दर्ज किया जाये। कारण बताओ नोटिस आईजी एपी सिंह की ओर से हाल ही में दिया गया है .
नोटिस के अनुसार एक एएसआई को जीवन रक्षा पदक से नवाजा गया था। 2013 -14 की एसओपी के अनुसार पदक पाने वाले कर्मचारी को आउट ऑफ़ टर्न केवल एक ही प्रमोशन दी जा सकती है। लेकिन एक अधिकारी ने पदक पाने वाले इस कर्मचारी को पहले 6 अंक देकर एसआई प्रमोट करवाया और फिर से डीपीसी में उसी कर्मचारी को एसआई से इंस्पैक्टर के लिए 6 अंक देकर \’आउट ऑफ़ टर्न\’ प्रमोशन करवा दी।
आईजी के संज्ञान में जब मामला आया तो उन्होंने अधिकारी की इस गलती को \’मेजर लैप्स\’ मानते हुए कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया और नोटिस का जवाब न देने की सूरत में उन पर सख्त कार्रवाई का उल्लेख किया है. यही नहीं विभाग ने इस अधिकारी पर \’क्रिमिनल केस\’ दर्ज करने की भी बात कही है। अब इस घटना से पता चलता है की विंग में किस तरह के काम हो रहे हैं। देखना होगा पुलिस विभाग इस मामले में क्या कार्रवाई करता हे..?