एप्पल न्यूज़, किन्नौर
उपायुक्त हेमराज बैरवा ने रिकांग पिओ स्थित रामलीला मैदान से पोषण पखवाड़ा के तहत आयोजित जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
उन्होंने कहा कि इस रैली का मुख्य उद्देश्य गर्भवती, धातृ महिलाओं व 0 से 3 साल तक के बच्चों को दिए जाने वाले पौष्टिक आहार के बारे में जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि कई बार देखने में आता है कि पौष्टिक आहार की कमी के चलते नवजात शिशु का विकास सही प्रकार से नहीं हो पाता है। इसी प्रकार गर्भवती महिलाओं को भी अगर इसी दौरान पौष्टिक आहार की कमी रहे तो नवजात शिशु कमजोर पैदा होते हैं।
उन्होंने कहा कि पूरे देश भर में 16 मार्च, 2021 से 31 मार्च तक पोषण पखवाड़ा मनाया जाता है। इस दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा अनेक कार्यक्रमों व शिवरों का आयोजन किया जाता है जिनका मुख्य उद्देश्य महिलाओं विशेषकर गर्भवती व धातृ महिलाओं को पौष्टिक आहार के बारे में बताना होता है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा भी प्रदेश सरकार को आंगनवाड़ी केन्द्रों में बच्चों को दिए जाने वाले आहार में स्थानीय सत्तु व चूली के तेल को शामिल करने का मामला भेजा गया है।
उन्होंने कहा कि किन्नौर जिला में अनेक ऐसे पारम्परिक खाद्यान हैं जो पौष्टिक व स्वास्थ्यवर्धक है। उन्होंने गर्भवती व धातृ माताओं से भी आग्रह किया कि वे स्वयं व बच्चों को यहां पाए जाने वाले पौष्टिक आहार दें। उन्होंने कहा कि किन्नौर जिला में कुपोषित श्रेणी में बच्चों की संख्या नाम मात्र की है तथा ऐसे बच्चों को चिन्हित कर विभाग द्वारा उन्हें पौष्टिक आहार उपलब्ध करवाया जा रहा है।
महिला एवं बाल विकास द्वारा आज आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व सदस्यों के लिए एक जागरूकता शिविर व स्थानीय पारम्परिक व्यजनों व उत्पादों पर आधारित एक प्रदर्शनी भी लगाई गई जिसमें जिले के विभिन्न महिला मण्डलों व स्वयं सहायता समूह के सदस्यों ने भाग लिया।