एप्पल न्यूज़, शिमला
समग्र शिक्षा की सहभागिता से अरविंदो सोसायटी द्वारा यहां नई शिक्षा नीति-2020 पर वेबीनार के माध्यम से राज्य स्तरीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया, जिसकी अध्यक्षता शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने की।
वेबीनार का उद्देश्य नई शिक्षा नीति-2020 के बारे में प्रदेश के शिक्षकों को संपूर्ण जानकारी देना और उन्हें नीति क्रायान्वित करने में मार्गदर्शन प्रदान करना था।
शिक्षा मंत्री ने नई शिक्षा नीति 2020 के बारे में शिक्षकों को जागरुक करने में अरविंदो सोसायटी की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा प्रगतिशील भारत की नींव को मजबूत करेगी और हमें आधुनिकता की ओर लेकर जाएगी।
उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति एक ऐसा महत्वपूर्ण दस्तावेज है जिसे लाखों नागरिकों व शिक्षाविदों ने गहरे मंथन के पश्चात तैयार किया है और इसके देश की शिक्षा में दूरगामी प्रभाव होंगे। हमारे आज के प्रयास विद्यार्थियों के बेहतर कल की नींव को मजबूत बना रहे हैं ताकि वे विश्व स्तरीय शिक्षा प्राप्त कर प्रतिस्पर्धा कर सकें। यह नीति प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में तैयार हुई है और सभी इसे सफल बनाने के लिए प्रयासरत हैं।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के प्रत्येक जिला स्तर पर एन.ई.पी. 2020 पर विशेष वेबिनार आयोजित किए जा रहे हैं जिनमें भारी संख्या में शिक्षकगण जुड़ते हैं। वेबिनार की इस श्रृखंला में शिक्षक नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बारे जानकारी प्राप्त करके उनमें जागरूकता और नीति सम्बन्धी स्पष्टता होती है। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में 5$3$3$4 के हिसाब से पाठ्यक्रम पूर्णतः वैज्ञानिक है, जिसमें बच्चों के समग्र विकास पर बल दिया गया है ताकि वे बेहतर नागरिक बन सकें।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का उद्देश्य 21वीं सदी की आवश्यकताओं के अनुरूप स्कूल व महाविद्यालय स्तर की शिक्षा को अधिक लचीला, समग्र, बहुविषयक बनाकर भारत को वैश्विक ज्ञान में विश्व गुरू के रूप में स्थापित करना है। इसके लिए प्रत्येक विद्यार्थी की अद्धितीय क्षमता का दोहन करने के उद्देश्य से दक्षता आधारित शिक्षा का समावेश किया गया है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोरोना काल में भी शिक्षकों की भूमिका प्रशंसनीय रही है। शिक्षकों ने इस दौरान भी आॅनलाइन माध्यम से विद्यार्थियों की पढ़ाई जारी रखी और उन्हें घर पर पाठ्य सामग्री उपलब्ध करवा रहे हैं। उन्होंने शिक्षकों से अरविंदो सोसायटी के जागरुकता सत्रों में शामिल होने का आग्रह भी किया ताकि नई शिक्षा नीति में दक्षता हासिल कर विद्यार्थियों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान की जा सके।
इस अवसर पर अरविंदो सोसायटी के मास्टर ट्रेनर धीरेन्द्र गौतम ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के मूलभूत सिद्धांतों, उद्देश्यों व विशेषताओं के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करते हुए कहा कि सरकार की प्रतिबद्धता के परिणामस्वरूप हिमाचल प्रदेश नई शिक्षा नीति लागू करने वाला अग्रणी राज्य है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के तीन जिलों लाहौल-स्पीति, किन्नौर व बिलासपुर में नई शिक्षा नीति पर वेबिनार आयोजित किए जा चुके हैं, जिनमें काफी संख्या में शिक्षकों ने भाग लिया। अन्य जिलों में भी चरणबद्ध तरीके से जागरुकता वेबीनार आयोजित किए जाएंगे।
इस अवसर पर राष्ट्रीय प्रशिक्षण प्रमुख अशोक शर्मा ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
समग्र शिक्षा के राज्य परियोजना निदेशक वीरेन्द्र शर्मा, समग्र शिक्षा की मीडिया समन्वयक रेनु बाला तथा अरबिंदो सोसायटी के हिमाचल प्रदेश के प्रभारी उज्ज्वल दूबे भी इस अवसर पर उपस्थित थे।