एप्पल न्यूज़, नारकंडा
किसान सभा की जिला इकाई शिमला की बैठक जिलाध्यक्ष सत्यवान पुण्डीर की अध्यक्षता में नारकंडा में सम्पन्न हुई। बैठक में जिला के 6 खंडों से सदस्यों ने हिस्सा लिया। इस बैठक में किसान सभा के राज्य महासचिव डॉ ओंकार शाद ने विशेष रूप से हिस्सा लिया।
बैठक में किसानों-बागवानों की ज्वलंत समस्याओं पर चर्चा की गई। शिमला क्योंकि सेब की पैदावार के लिए अग्रणी भूमिका निभाता है, इसलिए सरकार द्वारा उठाए गए किसान विरोधी कदम का सबसे अधिक प्रभाव यहां के बागवानों पर पड़ता है।
बैठक में चर्चा की गई कि अभी किसान असमय हुई बर्फबारी, भयंकर ओलावृष्टि एवं तूफान से हुए भारी नुकसान की भरपाई के लिये सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है, केवल 280 करोड़ के नुकसान का अनुमान लगाया है जबकि नुकसान इसके कई गुना अधिक हुआ है।
ऊपर से सरकार ने कार्टन व ट्रे के दामों में वृद्धि करके बागवानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
डॉ शाद ने सरकार के किसानविरोधी चरित्र को उजागर करते हुए कहा कि किसान आज चारों ओर से भारी संकट के दौर से गुजर रहा है। यदि सरकार ने ऐसे समय में किसी भी प्रकार की लागत बढ़ाने का निर्णय लिया तो इसके विरोध के लिए सरकार को तैयार रहना होगा।
सचिव देवकी नन्द व अध्यक्ष सत्यवान पुण्डीर ने बताया कि 20 जुलाई को खण्ड स्तर पर सरकार द्वारा कोई भी राहत न दिए जाने व ऊपर से कार्टन व ट्रे के दाम में बढ़ोतरी के खिलाफ किसान-बागवानों द्वारा धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
इससे पहले प्रत्येक खण्ड कमेटी की बैठकें की जाएगी तथा शुरू हो रहे सेब सीजन में किसी भी बागवान विरोधी निर्णय के लिए किसानों को लामबंद किया जाएगा।
बैठक में प्रो राजेन्द्र चौहान, सुखदेव चौहान, जगदीश, प्रेम चौहान, दिनेश मेहता, जयशिव ठाकुर, दयाल, संजय, ओमप्रकाश भारती, जगदीश शर्मा, राकेश वर्मा आदी सदस्यों ने चर्चा की।
देवकीनंदन
जिला सचिव