एप्पल न्यूज, शिमला
मिशन क्लीन में जुटी शिमला पुलिस ने चिट्टा तस्करी के गिरोह “शाही महात्मा गैंग” के 9 और गुर्गों को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया है। ये सभी आरोपी रोहड़ू, चिढग़ांव और जुब्बल कोटखाई क्षेत्र के निवासी हैं और लंबे समय से इस क्षेत्र में चिट्टा पहुंचाकर युवा पीढ़ी को नशे के दलदल में धकेलकर पैसा कमाने में जुट थे।
शिमला पुलिस के अनुसार पकड़े गए तस्करों की पहचान बलवान सिंह निवासी गांव अदल तहसील रोहड़ू, पुष्कर चौहान निवासी गांव मेहंदली, विवेक कुमार निवासी गांव खशधार चिडग़ांव, अंशुल नेगी निवासी गांव भटवा चिडग़ांव, विकाश कुमार निवासी गांव झलवाड़ी चिड़गांव, अजय कुमार निवासी गांव कलोटी चिडग़ांव, अनुज चौहान निवासी गांव धनोटी रोहड़ू, अभिषेक निवासी गांव थाना रोहड़ू और हर्षित चौहान निवासी गांव तुरान जुब्बल जिला शिमला के रूप में की गई है।
शिमला पुलिस ने इन नशा तस्करों और माफियाओं पर शिकंजा कसने के लिए सोशल इंटेलिजेंस इंटेग्रेटिड नेटवर्क सिस्टम तैयार किया है। जिससे ये सभी पकड़ में आए हैं।
पुलिस ने अब तक शिमला में जाल बिछाकर काम करने वाले शाही महात्मा गिरोह के 52 तस्करों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। जबकि अभी और युवा भी रडार पर हैं।
पुलिस ने कोटखाई थाने के तहत 468 ग्राम चिट्टे के साथ जम्मू-कश्मीर के एक आरोपी को गिरफ्तार किया था। इसके बाद सरगना शशि नेगी उर्फ शाही महात्मा का गिरफ्तार किया।
पुलिस इस अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ करने में कामयाब हुई और कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए अब तक 52 युवाओं को जेल पहुंचा दिया है।
ये गिरोह करीब 4 वर्षों से शिमला, ठियोग, रोहड़ू-चिड़गांव , जुब्बल v कोटखाई आदि क्षेत्रों में नशा सप्लाई कर रहा थे। पुलिस छानबीन में अब तक करीब 8 करोड़ रुपए की ड्रग मनी के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है।
SP शिमला संजीव गांधी ने कहा कि नशे का खात्मा करने के लिए तस्करों को सलाखों के पीछे डालना जरूरी है ताकि अगली पीढ़ी को नशे के दलदल में जाने से रोक जा सके। उन्होंने कहा कि नशेड़ियों और नशा तस्करों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।