एप्पल न्यूज़, मंडी
राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग हिमाचल प्रदेश द्वारा परीक्षा पर्व पर जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन शुक्रवार को मंडी में किया गया। जिसकी अध्यक्षता अध्यक्ष राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग वंदना कुमारी ने की।
वंदना कुमारी ने कहा कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग नई दिल्ली के दिशा-निर्देशों से भारत के प्रत्येक जिला व राज्य में परीक्षा पर्व मनाया जा रहा है। परीक्षा पर्व पर राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन हिमाचल प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने दिनांक 1 फरवरी 2020 को हिप्पा में किया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य परीक्षा के समय बच्चों में बढ़ रहे तनाव के बारे में जागरूक करना तथा उससे बचने के लिए अध्यापकों व परिजनों की भूमिका का महत्व समझाना है।
कार्यशाला में शत्रुघ्न सिन्हा विषय विशेषज्ञ ने परीक्षा के समय तनाव, बेचैनी व व्याकुलता के कारणों एवं इससे छुटकारा पाने के उपायों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने अध्यापकों को बताया कि परीक्षा के दौरान बच्चों से कैसा व्यवहार करें ताकि बच्चे परीक्षा के दौरान तनाव से बच सकें।
जोनल हॉस्पिटल मंडी से डॉ. पवनेश ने परीक्षा की चिंता तथा तनाव के कारणों पर कैसे निजात पाया जाए इस विषय पर प्रतिभागियों को विस्तृत जानकारी दी साथ ही साथ उन्होंने प्रतिभागियों के प्रश्नों के जवाब व्यवहारिक अभ्यास सहित सांझा किए।
जिला कार्यक्रम अधिकारी सुरेंद्र तेगटा ने मुख्य अतिथि वंदना कुमारी को शॉल एवं टोपी देकर सम्मानित किया गया।
कार्यशाला में राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग हिमाचल प्रदेश सदस्य कुसुम वर्मा, अरुणा चौहान, सुचित्रा ठाकुर, सपना बंटा, शैलेंद्र बैहल, जिला बाल संरक्षण अधिकारी मंडी डी. आर. नायक, उप निदेशक उच्च शिक्षा अशोक शर्मा, उप निदेशक प्रारंभिक शिक्षा नरेंद्र जमवाल, प्रधानाचार्य डाइट मंडी सहित जिला के लगभग 70 प्रधानाचार्य और मुख्य अध्यापकों ने भाग।