एप्पल न्यूज़, कांगड़ा
हिमाचल के कांगड़ा जिले के नूरपुर पुलिस थाना के तहत हटली-जंबाला पंचायत के एक युवक की साथ लगते घलूं के जंगल में किसी अज्ञात शिकारी की गोली लगने से मौत हो गई।
मृतक तरसेम लाल (35) पुत्र हरनाम सिंह गांव हटली जंबाला का रहने वाला था। पुलिस ने धारा 304, 336, 269, 27 0, 188 व 25-54-59 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए टांडा मेडिकल कॉलेज भेज दिया है।
डीएसपी नूरपुर डॉ. साहिल अरोड़ा ने बताया कि तरसेम शुक्रवार दोपहर को घर से अपने रिश्तेदारी में चौकी (मिलख) के लिए निकला था और घर से जाते समय संदूक से अपनी राइफल भी संग ले गया। जहां घलूं (चौकी) में रिश्तेदार शाम को घास लेने के निकले तो तरसेम अपनी बंदूक लेकर जंगल की ओर शिकार के लिए चला गया।
देर शाम रिश्तेदार के घर नहीं पहुंचने पर मदन लाल उसे देखने गया और उसके मोबाइल पर संपर्क करने की कोशिश की। इसी दौरान जंगल में झाडियों में मोबाइल फोन की रिंग बजने की आवाज सुनाई दी। पास जाकर देखा तो युवक गोली लगने से मुंह के बल नीचे घायल पड़ा था। उसकी गंभीर हालत को देखते हुए जंगल से उठाकर घर ले आए और इसकी सूचना उसके परिवार वालों और अपनी पंचायत के उपप्रधान को दी। इसके बाद पुलिस को सूचित किया।
इस बीच शुक्रवार रात को तरसेम को इलाज के लिए नूरपुर अस्पताल लाया गया, जहां से उसे टांडा रेफर कर दिया गया, लेकिन परिजन उसे पठानकोट निजी अस्पताल ले गए। जहां देर रात तरसेम ने दम तोड़ दिया।