एप्पल न्यूज़, शिमला
हिमाचल प्रदेश में घोटालों की फेहरिस्त में कार्रवाई का दौर शुरू हो गया है। हाल ही में पीपीई खरीद में रिश्वत घोटाले में निदेशक स्वास्थ्य गिरफ्तार हुए और सस्पेंड हो गए थे।
अब सचिवालय के सेनेटाइजर घोटाले में सचिवालय ब्रांच के सुपरिंटेंडेंट पर भी गाज गिर गई है। विभागीय कार्रवाई करते हुए सचिवालय सामान्य प्रशासन ने मामले में सीधे तौर पर अधीक्षक का नाम आने के बाद उसे सस्पेंड कर दिया है।
हाल ही में हिमाचल प्रदेश सरकार की नाक के नीचे सेनेटाइजर घोटाला उजागर हुआ। सचिवालय के लिए करीब 20 लाख के सेनेटाइजर ख़रीदे गए। 50 रुपये कीमत की एक बोतल का बिल 150 रुपये दर्शाकर गबन किया गया।
सूत्रों के अनुसार इस मामले में शिमला के ही एक युवा भाजपा नेता का नाम सामने आ रहा है। विजिलेंस ने जांच के दौरान पाया कि अधीक्षक ने अधीनस्थ कर्मचारियों को रेट टैग बदलने के निर्देश दिए लेकिन कर्मचारी नहीं माने। इसके बाद सप्लायर ने आकर सेनेटाइजर पर रेट की स्टैम्प लगवाई लेकिन अब चोरी पकड़ी गई।
प्रशासन ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अब कार्रवाई करते हुए अधीक्षक को सस्पेंड कर दिया है और जल्द ही अन्य लोगों पर भी गाज गिर सकती है।
उधर स्वास्थ्य निदेशक अजय गुप्ता को जमानत नही मिली और हिरासत में चल रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इन दोनों मामलों में अभी और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।