IMG_20220716_192620
IMG_20220716_192620
previous arrow
next arrow

विधानसभा के बाहर गरजी सीटू, श्रम कानूनों में बदलाव और मजदूरों के लिए लाए गए अध्यादेश का किया विरोध

23 सितंबर को देशव्यापी आंदोलन की दी चेतावनी

एप्पल न्यूज़, शिमला
श्रम कानूनों में किये गए बदलाव और प्रदेश सरकार द्वारा मजदूरों के लिए लाए गए पांच अध्यादेश के खिलाफ सीटू ने हिमाचल विधानसभा का घेराव किया। सीटू ने प्रदेश सरकार को चेताया है कि अगर उसने इन अध्यादेशों को वापिस न लिया तो मजदूर सड़कों पर उतरेंगे और 23 सितंबर को एक बार फिर से देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।कोरोना काल मे करोड़ो लोगों का रोजगार छीन गया है और सरकार मजदूरों को राहत देने के बजाय बोझ डालने के काम कर रही है।

\"\"


सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा ने केंद्र व प्रदेश सरकार को चेताया है कि वे मजदूर विरोधी कदमों से हाथ पीछे खींचें अन्यथा मजदूर आंदोलन तेज होगा। हिमाचल प्रदेश सरकार ने कारखाना अधिनियम 1948 में तब्दीली करके हिमाचल प्रदेश में काम के घण्टों को आठ से बढ़ाकर बारह कर दिया गया है। इस से एक तरफ एक-तिहाई मजदूरों की भारी छंटनी होगी वहीं दूसरी ओर कार्यरत मजदूरों का शोषण तेज़ होगा। फैक्टरी की पूरी परिभाषा बदलकर लगभग दो तिहाई मजदूरों को चौदह श्रम कानूनों के दायरे से बाहर कर दिया गया है। उद्योगपतियों द्वारा कानूनों की अवहेलना करने पर उसका चालान नहीं होगा व उन्हें खुली छूट दी जाएगी। मजदूरों को ओवरटाइम काम करने के लिए बाध्य करने से बंधुआ मजदूरी की स्थिति पैदा होगी।

विजेंदर मेहरा ने मजदूर विरोधी कदमों व श्रम कानूनों में मजदूर विरोधी बदलावों पर रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने सरकार को चेताया है कि अगर पूंजीपतियों व उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाकर मजदूरों के शोषण के कदमों को रोका न गया तो मजदूर सड़कों पर उतरकर सरकार का प्रतिरोध करेंगे।

Share from A4appleNews:

Next Post

NJHPC में हिन्दी-दिवस के अवसर पर हिन्दी कार्यशाला का आयोजन

Tue Sep 15 , 2020
एप्पल न्यूज़, झाकड़ी“अनेकता में एकता के सूत्रधार को पिरोती” हिन्दी भारत में ही नहीं बल्कि विश्व भर में बोली और समझी जाने वाली विश्व भाषाओं में अपनी पहचान स्थापित कर चुकी है । इसी उद्देश्य को फलीभूत करने के उद्देश्य से आज दिनांक 14 सितम्बर] 2020 को प्रशासनिक भवन के […]

You May Like

Breaking News