एप्पल न्यूज़, रामपुर बुशहर
सीटू संगठन से जुड़े मजदूरों ने श्रम कानूनों को लागू करने की मांग को लेकर एसजेवीएन की 210 मेगावाट की लुहरी जल विद्युत परियोजना मुख्यालय बिथल में किया धरना प्रदर्शन। परियोजना निर्माण स्थल में रेत और पत्थर की अवैध बिक्री किये जाने का भी लगाया आरोप । उनकी मांगों पर गौर न करने करने की सूरत में
बड़े आंदोलन की दी चेतावनी।
210 मेगावाट की निर्माणाधीन लुहारी हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट के मजदूरों ने परियोजना मुख्यालय बिथल में आज धरना प्रदर्शन किया। मजदूरों का आरोप था कि उन्हें समय पर वेतन नहीं दिया जा रहा है और ना ही परियोजना निर्माण स्थल पर श्रम कानूनों के तहत दी जाने वाली सुविधाएं दी जा रही है।
शिमला जिला के निरथ और कुल्लू क्षेत्र दिनों परियोजना बांध स्थल का निर्माण कार्य जोरो पर है। परियोजना निरमंड स्थल में पानी, टॉयलेट और स्वास्थ्य सेवाएं आदि जवाबदेही नहीं है। उन्होंने परियोजना निर्माताओं को चेताया कि बकाया राशि एवं वेतन निर्धारित समय पर नहीं दिया गया तो आने वाले समय में बड़ा आंदोलन होगा।
इस दौरान उन्होंने परियोजना निर्माण स्थल नीरथ में करोड़ो रूपये का रेत और पत्थर परियोजना निर्माताओं की सांठगांठ से बेचने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा स्थानीय और गरीब लोगो को रेत नहीं दिया जाता लेकिन कुछ ठेकेदार और परियोजना निर्माता मिल कर करोड़ो का रेत और पत्थर बेच रहे है। उन्होंने इसकी सीबीआई जांच की मांग उठाई है।
उनका कहना था कि परियोजना निर्माण के आरंभ में ही भ्रष्टाचार पनपने लगा है तो आने वाले समय में परियोजना निर्माण में भारी धांधली हो सकती है और जिसका खामियाजा देश की संपत्ति को नुकसान पहुंच कर होगा।
सीटू नेता बिहारी सेवगी ने बताया लुहरी प्रोजेक्ट में जो मजदूर काम कर रहा है उन में कई मज़दूरों को अप्रैल से वेतन नहीं मिला है।
उन्होंने बताया कि परियोजना प्रबंधन ने भी माना है कि पूर्व में गलतियां हुई है। वार्ता के बाद उन्होंने मजदूरों की समस्याओं को दूर करने का आश्वासन दिया है।
उन्होंने बताया कि परियोजना निर्माण स्थल में रेत और पत्थर अवैध रूप से बिक्री का मामला भी सामने आया है। इसमें भविष्य में भ्रष्टाचार बढ़ सकता इसलिए सरकार इस पर ध्यान दें। उधर परियोजना प्रमुख आर एल नेगी ने भी माना है की मजूदरो की वेतन संबंधी मामला जायज है जिसे तुरंत हल किया जा रहा है।
उन्होंने परियोजना निर्माण में लगी कम्पनियो को चेतवनी दी की भविष्य में मज़दूरों की जायज समस्याओ को तुरंत हल करे। उन्होंने
उन्होंने रेत बिक्री वाले मामले को भी गंभीर बताते हुए कारवाही की बात कही।
सीटू नेता रंजीत ठाकुर ने बताया आज एसजेवीएन के लुहारी परियोजना मुख्यालय बिथल में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन इस बात को लेकर किया कि श्रम कानून जो लागू होने चाहिए थे ,वह नहीं हो रहा है। उन्होंने इस बारे पहले भी ज्ञापन के माध्यम से चेतावनी दी थी।
उन्होंने बताया कि प्रोजेक्ट निर्माण स्थल में जो रेत खुदाई में निकल रहा है वह रेत परियोजना निर्माण में लगना चाहिए था वह नहीं लग रहा है। इसकी सप्लाई परियोजना निर्माताओं व कंपनी की सांठगांठ से बाहर हो रहा है ,इसकी जांच सीबीआई से होनी चाहिए ,करोड़ों रुपए रेत पत्थर बिक रहा है।
लुहारी परियोजना मजदूर यूनियन के प्रधान कपिल ने बताया कि हम परियोजना मुख्यालय के सामने धरना प्रदर्शन के लिए आए हैं और धरना प्रदर्शन किया। मज़दूरों के वेतन , कार्य स्थल पर पानी और अन्य मूल भूत सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग रखी थी।