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वन विभाग में कर्मचारियों की लंबित समस्याओं का जल्द होगा निराकरण- डॉ. पवनेश 

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वन विभाग कर्मचारी महासंघ के जनरल हाऊस में कर्मचारियों को सबोधित किया

एप्पल न्यूज़, शिमला

हिमाचल प्रदेश वन विभाग में मिनिस्ट्रियल स्टाफ को पिछले कई वर्षो से न भरे जाने पर हिमाचल प्रदेश वन विभाग के मुखिया डॉ. पवनेश कुमार ने चिंता ज़ाहिर की है। उन्होंने शिमला में हिमाचल प्रदेश वन विभाग कर्मचारी महासंघ के जनरल हाऊस में प्रदेश भर से आए कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कही। उन्हें इस जनरल हाऊस में बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया गया था।

डॉ. पवनेश ने बताया कि वो जल्द ही सरकार के समक्ष वन विभाग में रिक्त पड़े लिपिकों व वरिष्ठ सहायकों के पदों के मामले को सरकार के समक्ष उठाएंगे और विभाग में जेओएआईटी के पदों को प्राथमिकता के आधार पर भरेंगे।

डॉक्टर पवनेश ने अपने संबोधन में बताया की छोटे कर्मचारियों की समस्याओं को निपटना उनकी प्राथमिकता है और जब तक विभाग में छोटे कर्मचारियों को प्रोत्साहित नहीं किया गया तो वो अधिक ऊर्जा के साथ काम करते हैं| वन बल मुखिया ने अपने वन विभाग कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष प्रकाश बादल द्वारा रखी गयी कर्मचारियों को नियमानुसार सुलझाने का आश्वासन दिया।

डॉ पवनेश ने महासंघ की  जे ओ ए आई टी की वेतन विसंगति के मामले तो जल्द से जल्द सुलझाने के निर्देश दिए | गौरतलब है की वन विभाग में एक ही बैच के लगभग चालीस जे ओ ए आई टी अपने ही बैच के लोगों से 15 हज़ार कम वेतन ले रहे हैं, जो एक विभागीय चूक के कारण हुआ है।

इसके अतिरिक्त उन्होंने कांट्रेक्ट पीरियड को नियमित सेवा में जोड़ने के मामले पर भी नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश अपने अधीनस्थ अधिकारियों को दिए हैं।

डॉ. पवनेश ने  वन कर्मचारी महासंघ द्वारा विभाग में आऊटसोर्स के माध्यम से कार्य कर रहे लगभाग दो सौ कर्मचारियों की भूमिका को अहम् बताते हुए बताया कि यद्यपि यह पूरे प्रदेश का मुद्दा है, लेकिन वन विभाग में कई मुख्य परियोजनाओं में आऊटसोर्स कर्मचारी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

विभाग में आऊटसोर्स कर्मचारियों के योगदान के मद्देनज़र डॉ. पवनेश ने बताया की वो विभाग में कार्य कर रहे आऊटसोर्स कर्मचारियों के कार्यों की महत्ता को सरकार के समक्ष रखेंगे ताकि उनके लिए कोई सशक्त पालिसी बनाई जा सके और उनका विभाग में विलय संभव हो सके, क्योंकि ये कर्मचारी विभाग के महत्वपूर्ण कार्यो को अंजाम देंने में अहम भूमिका मिभा रहे हैं।

वन बल मुखिया ने वन विभाग कर्मचारी महासंघ की मांग पर शिमला में हाऊस अलोटमेंट में काफी समय से हाऊस अलोटमेंट न होने का कडा नोटिस लेते हुए बताया की वो जल्द इस मामले को सुलझाएंगे और ज़रुरतमंद लोगों को मकान आबंटित करवाएंगे।

वन बल मुखिया ने वन विभाग कालोनी में सबलैटिंग की शिकायत पर विभागीय जांच बिठाने की बात करते हुए बताया की सरकारी आवासों में बिना अलोटमेंट के रह रहे कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी ताकि पात्र लोगों को सरकारी मकान मिल सके।

कर्मचारियों की मांग पर वन बल मुखिया ने दफ्तरों के कार्य कर रहे फील्ड कर्मचारियों के बारे में बताया की इसकी जांच होगी और जल्द दफ्तरों में कार्य कर रहे फील्ड कर्मचारियों को फील्ड में भेजा जाएगा।

डॉ. पवनेश ने यह भी बताया कि वन विभाग में फील्ड कर्मचारियों का जंगलों को बचाने में अहम योगदान है और उनकी सेवाएँ जंगलों में ही ली जानी चाहिए, जिसके लिए उन्हें विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जाता है।

वन बल मुखिया ने वन विभाग में नए क्लर्कों और जेओआईटी को प्रशिक्षण देने की महासंघ की मांग को जायज़ ठहराते हुए बताया कि उन्होंने इस सम्बध में बीस लाख रूपए का प्राबधान किया है ताकि विभाग में क्लर्कों और जेओआईटी को ब्विभागीय कार्यों के लिए प्रशिक्षित किया जा सके।

वन बल मुखिया ने यह भी बताया कि वन विभाग के कार्यालय एवं सरकारी आवासों की मुरम्मत के लिए सभी कार्यालयों से ए पी ओ मांगे जाएंगे और सरकार से बजट की मांग कर जल्द ही सरकारी कार्यालयों का जीर्णोद्धार किया जाएगा।

वन बल मुखिया ने महासंघ की शिकायात का कडा नोटिस लेते हुए बताया कि अधिकारी सरकारी आवासों की मुरम्मत के लिए आए धन का दरुपयोग न कर सके इसलिए मुरम्मत के पैसे को 40:60 के अनुपात में वितरित करने के आदेश दिए हैं, जिसमें साथ प्रतिशत धन छोटे कर्मचारियों के मकान की मरम्मत पर खर्च किया जाएगा और चालीस प्रतिशत अधिकारियों के मकानों पर व्यय किया जाएगा।

डॉ. पवनेश ने महासंघ की एक अन्य मांग को जायज़ ठहराते हुए बताया कि वन विभाग के कार्यालयों को जल्द ही आधुनिक कम्प्यूटरों से लैस किया जाएगा तथा विभाग की शाखाओं में इंटरनेट को और प्रभावी बनाने के प्रयास किये जाएंगे, जिसमें नेटवर्किंग और वाई फाई की सुविधा कार्यालयों में मुहैया करवाई जाएगी।

वन विभाग में कार्य कर रहे रजिस्ट्रारों को पूल्ड गाड़ी मुहैया करवाने के भी वन बल मुखिया ने आदेश दिए तथा कर्मचारियों को उनके पद के अनुसार डेस्क और कैबिन मुहैया करवाने के भी आदेश दिए।

वन विभाग कर्मचारी महासंघ की प्रशंसा करते हुए बन बल मुखिया ने बतया की वन विभाग में कर्मचारी महासंघ ने विभाग के कर्मचारियों की अनेक आवश्यक मांगों को विभाग के समक्ष रखने में विशेष भूमिका निभाई है।

उन्होंने कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष प्रकाश बादल द्वारा कर्मचाररियों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर उठाने के लिए उनकी प्रशंसा करते हुए बताया कि उनकी अध्यक्षता में संगठन विभाग में अनेक सामाजिक गतिविधियों में भी बढ़ चढ़ कर भाग ले रहा है।

इस अवसर पर  एपीसीसीएफ लाल नन संगा, डीएफ ओ हेडक्वार्टर दिनेश पॉल, रजिस्ट्रार राजेन्द्र वर्मा सहित वन विभाग के प्रदेश भर से आए लगभग 150 कर्मचारियों ने भाग लिया।

महासंघ द्वारा बन बल मुखिया को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया गया। वन विभाग कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष प्रकाश बादल ने वन बल मुखिया का आभार व्यक्त किया।

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