एप्पल न्यूज़, शिमला
राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने राज्य के लोगों का आह्वान किया कि वे नशे के खिलाफ अभियान में योगदान दें। आजादी के अमृत महोत्सव में यही उनका सबसे बड़ा योगदान होगा।
राज्यपाल आज यहां पीटरहॉफ में ‘सम्मान और सलाम फाउंडेशन’ द्वारा आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य की पहचान नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए नहीं होनी चाहिए। और यदि हमें नशे के स्रोत का पता हो तो हमें इसके खिलाफ खड़ा होना चाहिए। उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि भावी पीढ़ी नशे की शिकार हो रही है उन्हें बचाया जाना चाहिए।
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उन्होंने कहा कि हिमाचल को इसे देवभूमि कहा जाता है और देवभूमि का यह स्वरूप यहां के लोगों में देखने को मिलता है जिनमें आतिथ्य व सत्कार की भावना सबसे अधिक है। उन्होंने कहा कि सतकार उस व्यक्ति का होता है जिसने कोई सत्कार्य किया हो।
उन्होंने कहा कि मौजूदा परिप्रेक्ष्य में समाज में अच्छे उद्हारण प्रस्तुत करने की आवश्यकता है, जिसके लिए ऐसे कार्यक्रमों होते रहने चाहिए क्योंकि समाज को ऐसे उद्हारण ऐसे समारोह में ही मिलते हैं।
राज्यपाल ने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने जीवन का सर्वाेच्च बलिदान देने वाले देश के महान सपूतों के परिवार के सदस्यों को सम्मानित किया। इस अवसर पर राज्य के सेवारत आई.ए.एस., आई.पी.एस., एच.सी.एस. और अन्य पदाधिकारियों को भी विशेष रूप से कोविड 19 अवधि के दौरान कुशल और प्रभावी योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध के दौरान हिमाचल प्रदेश का योगदान विशेष रूप से बहुत बड़ा रहा है, जहां राज्य ने देश के कुल 527 शहीदों में से 52 धरती पुत्र को खो दिया। राज्य को कुल चार में से दो परमवीर चक्र भी मिले।
कैप्टन विक्रम बत्रा और कैप्टन सौरव कालिया जैसे वीर सैनिक शहीद हुए जिनकी वीरता की गाथाएं न केवल हमारे राज्य के युवाओं को बल्कि पूरे देश के युवाओं को भी प्रेरित करती हैं।
उन्होंने सम्मान और सलाम फाउंडेशन के पदाधिकारियों को देश के असली नायकों के सम्मान में निःस्वार्थ पहल के लिए बधाई दी।
इससे पूर्व, फाउंडेशन के हिमाचल चैप्टन के प्रेज़ीडेंट मनोज ठाकुर ने राज्यपाल का स्वागत किया। फाउंडेशन के अध्यक्ष विवेक कुमार झा ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
सम्मान और सलाम फाउंडेशन के मुख्य संरक्षक एस.के. शर्मा, फाउंडेशन के प्रेज़ीडेंट प्रमोद चंद्र दास तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।