हमीरपुर
ग्रीन एनर्जी-क्लीन एनर्जी को बढ़ावा देने तथा इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रयोग को प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से की गई विशेष पहल को अमलीजामा पहनाने की कवायद शुरू कर दी गई है। जिला हमीरपुर में भी इस दिशा में तैयारियां शुरू की जा रही हैं। एडीसी जितेंद्र सांजटा ने वीरवार को हमीर भवन में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक करके जिला में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की संभावनाओं पर चर्चा की।
उन्होंने बताया कि आने वाले समय में जिला में इलेक्ट्रिक वाहनों के अधिक से अधिक प्रयोग पर विशेष बल दिया जाएगा और इसकी शुरुआत सरकारी वाहनों से की जा सकती है। एडीसी ने कहा कि इसको देखते हुए जिला में हर सरकारी कार्यालय परिसर, पार्किंग स्थलों, पैट्रोल पंपों और अन्य महत्वपूर्ण स्थलों पर चार्जिंग स्टेशनों की आवश्यकता रहेगी।
उन्होंने सभी कार्यालय प्रमुखों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने परिसरों में चार्जिंग स्टेशनों की स्थापना के लिए स्थान चिह्नित करके इनकी सूची तुरंत उपायुक्त कार्यालय को प्रेषित करें।
जितेंद्र सांजटा ने कहा कि सरकारी विश्राम गृहों, सार्वजनिक स्थानों, सडक़ किनारे खाली जमीन, होटल-रेस्तरां और ढाबों के आस-पास भी चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जा सकते हैं। इसलिए संबंधित विभाग ऐसे संभावित स्थानों की सूची भी भेज सकते हैं।
एडीसी ने बताया कि निजी होटल-रेस्तरां, ढाबों और अन्य प्रतिष्ठानों के मालिकों को चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। प्रदेश सरकार चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने में इनकी मदद करेगी और ये स्टेशन इन व्यवसायियों के लिए आय का साधन भी हो सकते हैं। चार्जिंग स्टेशनों के लिए अन्य संभावित स्थानों के संबंध में भी बैठक में व्यापक चर्चा की गई।
इस अवसर पर सहायक आयुक्त पवन कुमार शर्मा, एसडीएम नादौन विजय कुमार, एसडीएम सुजानपुर डॉ. हरीश गज्जू, एसडीएम भोरंज स्वाति डोगरा, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी अंकुश शर्मा, जिला राजस्व अधिकारी जसपाल सिंह और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।