मीनाक्षी चौधरी, जिन्होंने बीस से अधिक किताबें लिखी हैं।
शिमला इन्वेस्टिगेटर नाम की इस श्रंख्ला की पहली तीन किताबों का विमोचन यहाँ शिमला में ब्रूस एन्ड बुक्स बुक कैफ़े के उद्घाटन अवसर पर बच्चों ने किया।
इस अवसर पर मीनाक्षी ने कहा, “मुझे ख़ुशी है कि इन किताबों का विमोचन बच्चों ने किया, जिनके लिए ये किताबें लिखी गई हैं। वैसे मुझे विश्वास है कि बड़ों को भी ये किताबें उतनी ही पसन्द आएंगी जितनी बच्चों को।”
अंग्रेज़ी में लिखी ये तीनों किताबें (मर्डर ऑन बाइसिकल ट्रेल, स्कैण्डल ऑन स्कैण्डल पॉइंट, ए ट्रेंचर्स ब्यूटी पेजेंट) शिमला की पृष्ठभूमि में लिखी गई हैं।
इनमें दो लड़कियों, तीन लड़कों और एक बंदर मिल कर अपराध, और रहस्य रोमांच की ऐसी गुथियाँ सुलझाते हैं जो पुलिस के बस की भी बात नहीं है।
मीनाक्षी का कहना है कि शिमला इन कहानियों के लिए असली जगह है। यहाँ का हर मौसम इन कहानियों को कहता है। चाहे वो बर्फ़ भरी सर्दी हो या धुंध भरी बरसात। लम्बे देवदार के पेड़, बल खाती पगडंडियाँ और पतझड़ के पत्तों पर कदमों की सरसराहट।
मीनाक्षी चौधरी ने कीकली चेरिटेबल ट्रस्ट के साथ मिल कर एक नई शुरुआत की है। वह इस श्रंखला की अगली तीन किताबें युवा लेखकों के साथ मिल कर लिखेंगी।
कीकली एंजेल्स के नाम से इस परियोजना की कल्पना की गयी है जिसमें न सिर्फ़ तीन चयनित युवा लेखकों को उपन्यास लिखना सिखाया जाएगा बल्कि उनके साथ सह लेखक के रूप में तीन उपन्यास भी छापे जायेंगे।
*लेखिका का परिचय*
मीनाक्षी चौधरी शिमला में रहती हैं। उन्होंने बीस से अधिक किताबें लिखी हैं जिनमें घोस्ट स्टोरीज़ ऑफ़ शिमला हिल्स, मोर घोस्ट स्टोरीज़ ऑफ़ शिमला हिल्स, लव स्टोरीज़ ऑफ़ शिमला हिल्स शामिल हैं।
उनकी केंसर और यादाश्त खोने पर लिखी किताबों क्रमशः सनशाइन: माई एनकाउंटर विद केंसर और अ वर्ल्ड विदिन बहुत पसन्द की गयी हैं।
मीनाक्षी ने हिमाचल पर बहुत सी कॉफ़ी टेबल किताबों का सम्पादन किया है।
वह सेवा ट्रस्ट की फाउंडर ट्रस्टी और अध्यक्ष हैं। यह ट्रस्ट शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण के क्षेत्र में काम करता है।
मीनाक्षी एक मोटिवेशनल स्पीकर और लाइफ़ कोच भी हैं। वह कीकली को बच्चों के लिये बुक क्लब चलाने में सहयोग करती हैं।
मीनाक्षी ने वन्दना भागड़ा द्वारा शिमला में अपनी तरह के पहले बुक कैफ़े चलाये जाने का स्वागत किया और इसके लिये वन्दना भागड़ा को बधाई दी।