एप्पल न्यूज, शिमला
प्रतियोगिता में कुल पांच मुकाबले हुए। जिसमें सर्वाधिक तीन भारतीय बॉक्सरों ने विदेशी बॉक्सरों को मात देकर जीत दर्ज की।
प्रतियोगिता में खेले गए मुकाबलों में भारतीय मुक्केबाज लवप्रीत, नितवीर और कार्तिक विजयी रहे। जबकि विदेशी मुक्केबाजों में जूआनटियो व मूसालोव जीते।
प्रो बॉक्सिंग हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की जयंती पर इस बॉक्सिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
प्रो बॉक्सिंग का शुभारंभ हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने किया। शुक्ल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर वीरभद्र सिंह ने प्रदेश की सेवा की। उन्होंने राजतंत्र को छोड़कर प्रजातंत्र को अपनाकर प्रदेश के लिए काम किया।
राज्यपाल ने बताया कि वह प्रदेश में नशे के खिलाफ काम कर रहे हैं और सभी लोग उनके साथ जुड़कर देवभूमि में इस बुराई के खिलाफ लड़ाई के लिए आगे आ रहे हैं।
वहीं हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री व वीरभद्र सिंह के सुपुत्र विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वीरभद्र सिंह ने प्रदेश में खेलों को बढ़ावा देने के लिए लगातार काम किया।
उनकी जयंती पर प्रो बॉक्सिंग का आयोजन किया जा रहा है जिसमें देश विदेश के खिलाड़ियों ने भाग लिया है।
वीरभद्र जानते थे की किस तरह से राजनीति में भी प्रतिद्वंदी यों को नॉक आउट किया जाता है। युवा पीढ़ी नशे व अन्य मानसिक अवसाद से घिर रही है।
इसके लिए खेल बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं और आने वाले समय में वह इसके लिए रूरल ओलंपियाड भी करवाने जा रहे हैं।
प्रदेश के विकास के लिए स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के योगदान को सदैव याद किया जाएगा
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग ऑर्गेनाइजेशन, हिमाचल प्रदेश द्वारा आयोजित एक दिवसीय प्रो-बॉक्सिंग टूर्नामैंट का शुभारम्भ किया। यह प्रतियोगिता प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. वीरभद्र सिंह की स्मृति में उनकी जयंती पर आयोजित की गई।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि स्वर्गीय वीरभद्र सिंह ने अपना सम्पूर्ण जीवन प्रदेश के विकास के लिए समर्पित किया है। राज्य में विकास के लिए उनके योगदान को सदैव याद किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस प्रकार के खेल आयोजनों से जहां प्रदेश के नवोदित बॉक्सिंग खिलाड़ियों को मंच प्राप्त होगा, वहीं अन्य युवा भी इस खेल के प्रति आकर्षित होंगे। उन्होंने कहा कि मुक्केबाजी एक ऐसा खेल है जिसमें शारीरिक व मानसिक दृढ़ता के साथ कौशल भी ज़रूरी है। उन्होंने प्रतिभागियों से आग्रह किया कि वे हार-जीत की सोच से आगे बढ़ते हुए खेल भावना के साथ अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन करें।
राज्यपाल ने कहा कि मोबाइल व इंटरनैट के इस दौर में दैनिक क्रियाकलापों की कमी व बढ़ती सुख सुविधाओं से समाज में शारीरिक गतिविधियों में एक ठहराव सा आ गया है। खेलकूद गतिविधियों को बढ़ावा देने से युवाओं को नशे से दूर रखने में भी सहायता मिलती है। उन्होंने प्रदेश में ड्रग्स व अन्य नशीले पदार्थाे के सेवन के खिलाफ एक बड़ी मुहिम चलाने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि इसमें समाज के प्रत्येक वर्ग व समुदाय को सहयोग करना चाहिए।