एप्पल न्यूज़, संजीव कुमार कमरुनाग मंडी
जनपद के अधिष्ठाता बड़ा देव कमरुनाग मंदिर में देवता के चौकीदारों को बंधक बनाकर मंदिर स्थल पर होटल ढाबा संचालकों को दराट दिखाकर देवता की पवित्र झील में करीब एक दर्जन लुटेरों ने झील से सोना चांदी और नगदी निकालने के लिए झील से कथित छेड़छाड़ की है। लम्बी लम्बी लाठियां लेकर झील में घुसे लुटेरों का एक्सक्लुसिव वीडयो अमर उजाला के हाथ लगा है।

वारदात से अभी तक पुलिस अनभिज्ञ है और मंदिर कमेटी ने इस वारदात के सम्बंध में अभी पुलिस को सूचित नही किया है।
वारदात बीते सोमवार रात की है। बरसात और बर्फबारी में हर साल कमरुनाग झील से छेड़छाड़ करने के लिए लुटेरे सक्रिय हो जाते है।
वीडियो में झील से खजाना निकालने के लिए लुटेरे चोरी की वारदात को अंजाम देते साफ नजर आ रहे है। झील और मंदिर परिसर में जगी लाइट से झील में घुसे लूटेरों की लंबी लम्बी लाठियां साफ दिखाई दे रही है।

लुटेरों को खजाना निकालने में कामयाबी मिली या नही लेकिन चोरों के एक बड़े दल ने देवता की पवित्र झील में खजाना लूटने के लिए कथित छेड़छाड़ की है।
कमरुनाग देवता की झील में हर साल ऐतिहासिक सरानाहुली मेले में लोग मन्नत पूरी होने पर सोना, चांदी और नगदी झील में अर्पित करते हैं।
इस खजाने को निकालने की मंशा से लुटेरे बरसात और बर्फबारी में जब देवता के मंदिर में कोई नही जाता है तो चोर झील से छेड़छाड़ करते है।
एसएचओ गोहर निर्मल सिंह राणा ने बताया कि उन्हें मंदिर कमेटी ने इस सम्बन्ध में कोई शिकायत और सूचना नही दी है। उन्होंने कहा कि शिकायत आती है तो घटना की जांच की जाएगी।
कांढ़ि कमरुनाग पंचायत की प्रधान रक्षा देवी ने बताया कि मंदिर कमेटी ने उन्हें इस सम्बंध में सूचित नही किया है। उन्होंने कहा कि शिकायत आती है तो पुलिस को सूचित किया जाएगा।
देवता के कटवाल काहन सिंह ने बताया कि उन्हें घटना की जानकारी नही है। पूर्व कटवाल रणजीत सिंह ठाकुर ने घटना की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि देवलू कमेटी से चर्चा करने के बाद घटना की पुलिस को सूचना दी जा रही है।
कमरुनाग मंदिर परिसर में स्थित पवित्र झील में सदियों से लोग मन्नत पूरी होने पर सोना, चांदी और नगदी चढाते आए हैं। खजाने से भरी झील में लूट को लेकर अनेक बार वारदातें हुई है।
बरसात और बर्फबारी के दिनों में कमरुनाग झील लुटेरों के निशाने पर रहती है। कमरुनाग मंदिर और झील की सुरक्षा को लेकर सरकार, प्रशासन और मंदिर कमेटी को कठोर पग उठाने की जरूरत है।
बड़ा देव कमरुनाग की आस्था मंडी जिला नही बल्कि पूरे प्रदेश से जुड़ी है। इस मंदिर में हर साल लाखों लोग दर्शनों को आते है। जो भी श्रद्धालु आता है वह देवता की पवित्र झील में कुछ न कुछ अर्पित करता है। देवता के मंदिर में देवता की सम्पति की सुरक्षा को लेकर दावे धत्ता साबित हो रहे है।
देव कमरुनाग मंदिर में आधा दर्जन चौकीदार रखे हुए हैं। रात को लुटेरे आते है और चौकीदारों को बंधक बनाकर झील से छेड़छाड़ करके चले जाते है। मंदिर स्थल पर सीसीटीवी कैमरा खराब है। जिसको ठीक करने की जरूरत है।