एप्पल न्यूज़, शिमला
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने शिमला में भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग से सहायक निदेशक के पद से सेवानिवृत्त लेखक त्रिलोक सूर्यवंशी की अंग्रेजी पुस्तक ‘सेलिब्रिटीज एसोसिएटिड विद शिमला’ “Celebrities Associated with Shimla ” का विमोचन किया।
इस पुस्तक में शिमला से जुड़ी 28 हस्तियों के व्यक्तित्व एवं कृतित्व सहित विस्तृत उल्लेख किया गया है। इससे पूर्व बीते वर्ष त्रिलोक सूर्यवंशी ने इसी विषय से जुड़े नक्शे का भी मुख्यमंत्री के हाथों ही लोकार्पण कोई था। ये प्रदेश का अपनी तरह का पहला नक्शा था जिसमें शिमला से सम्बंध रखने वाली हस्तियों का जिक्र है।
मुख्यमंत्री ने पुस्तक के प्रकाशन पर सूर्यवंशी को बधाई देते हुए कहा कि इस पुस्तक में पाठकों को प्रदेश की प्रसिद्ध हस्तियों के बारे में महत्त्वपूर्ण जानकारी मिलेगी।
त्रिलोक सूर्यवंशी ने कहा कि पुस्तक में नोबेल पुरस्कार विजेता लेखक रुडयार्ड किपलिंग से लेकर बॉलीवुड सितारों तक शिमला से जुड़ी विभिन्न हस्तियों के बारे में महत्त्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाई गई है।
त्रिलोक सूर्यवंशी ने बताया कि नोवल पुरस्कार विजेता साहित्यकार रुडयार्ड किपलिंग नार्थ बैंक कैथू में रहते थे। यहां रहकर उन्होंने साहित्य साधना की।
राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के संस्थापक ए० ओ० हृयूम रोथनी कैसल जाखू में रहते थे। पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल जिया उल हक लालपानी स्कूल में पढ़ते थे।
उपन्यासकार रस्किन वाॅंड ने बी० सी० एस० शिमला से शिक्षा ग्रहण की थी। एम ० एम ०, केई०, आंग सान सू की, अमृता शेर गिल, राजकुमारी अमृत कौर, रतन नवल टाटा, मनोहर सिंह विलायत खान का सम्बन्ध भी शिमला से रहा है।
एशिया के पहले नोवल पुरस्कार विजेता रविन्द्र नाथ टैगोर वुड फील्ड बालूगंज में रहते थे। यहाँ रहकर उन्होंने गीतांजलि की सात कविताओं की रचना की थी।
मशहूर युवा गायक मास्टर मदन लोअर बाजार शिमला में रहते थे। सिने जगत के सितारे मशहूर फिल्मी कलाकार अनुपम खेर, प्राण, बलराज साहनी, प्रीटी जिंटा, के०एल० सहगल तथा गीतकार राजेन्द्र कृष्ण की कर्मस्थली भी शिमला रहा है।
चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत तथा वर्तमान वर्ल्ड बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा की प्रारंभिक शिक्षा सेंट एडवर्ड स्कूल शिमला में हुई।
ओबराय ग्रुप के संस्थापक राय बहादुर मोहन सिंह ओबराय ने अपने व्यवसाय की शुरुआत ओबराय क्लार्क होटल शिमला से ही की थी।
अफ्गानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हमीद करज़ई 80 के दशक में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से अपनी शिक्षा पूर्ण की थी।
इस अवसर पर लेखक की धर्म पत्नी माया सूर्यवंशी, सेवानिवृत्त वरिष्ठ वास्तुकार केएस चौहान, जगमोहन शर्मा, रतन पाहल सहित अन्य लोग उपस्थित थे।