एप्पल न्यूज, शिमला
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू इन दिनों अस्वस्थ चल रहे हैं। उन्हें वायरल बुखार होने के कारण डॉक्टरों ने आराम करने की सलाह दी है।
इसी वजह से उन्होंने अपने अधिकांश आधिकारिक कार्यों को अपने सरकारी निवास “ओक ओवर” से ही निपटाने का निर्णय लिया है।
स्वास्थ्य कारणों से उन्होंने अपनी सभी महत्वपूर्ण बैठकों को स्थगित कर दिया है, जिससे उनके कार्यालय का नियमित कार्य प्रभावित हुआ है।
सरकारी कार्यों का संचालन
हालांकि, अस्वस्थ होने के बावजूद मुख्यमंत्री सुक्खू प्रशासनिक कार्यों पर नजर बनाए हुए हैं। वे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और फोन के माध्यम से जरूरी फाइलों की समीक्षा कर रहे हैं और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दे रहे हैं।

सरकार के महत्वपूर्ण निर्णयों को प्रभावित न होने देने के लिए वे अपने सलाहकारों और वरिष्ठ अधिकारियों के संपर्क में बने हुए हैं।
हालांकि, राज्य सचिवालय में उनकी अनुपस्थिति से कुछ प्रशासनिक कार्य धीमे हो गए हैं, लेकिन उनकी टीम यह सुनिश्चित कर रही है कि सभी आवश्यक फैसले समय पर लिए जाएं।
जनता दरबार और अन्य कार्यक्रम रद्द
मुख्यमंत्री सुक्खू के अस्वस्थ होने के चलते उनका आज का निर्धारित “जनता दरबार” भी आयोजित नहीं किया गया। जनता दरबार वह मंच है जहां प्रदेश के लोग अपनी समस्याएं सीधे मुख्यमंत्री के समक्ष रख सकते हैं और समाधान की अपेक्षा करते हैं।
जनता दरबार रद्द होने से लोगों को थोड़ी निराशा हुई है, लेकिन मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने यह निर्णय लिया।
इसके अलावा, कुछ अन्य महत्वपूर्ण बैठकों और सरकारी कार्यक्रमों को भी स्थगित कर दिया गया है।
डॉक्टरों की निगरानी में स्वास्थ्य सुधार
मुख्यमंत्री सुक्खू का स्वास्थ्य लगातार डॉक्टरों की एक विशेषज्ञ टीम द्वारा निगरानी में रखा जा रहा है।
डॉक्टरों ने उन्हें पूर्ण विश्राम करने की सलाह दी है ताकि वे जल्द से जल्द ठीक हो सकें। रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्हें वायरल बुखार के लक्षण हैं, जिनमें हल्का बुखार, कमजोरी और सिरदर्द शामिल हैं।
हालांकि, उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है और डॉक्टरों को उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में वे पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने नियमित कार्यभार को संभाल सकेंगे।
मुख्यमंत्री की अनुपस्थिति से राज्य प्रशासनिक स्तर पर हलचल जरूर हुई है, लेकिन सरकार की कार्यप्रणाली में कोई बड़ा व्यवधान नहीं आया है।
उम्मीद है कि वे जल्द स्वस्थ होकर अपने कार्यभार को पुनः संभालेंगे और प्रदेश की जनता के लिए पहले की तरह सक्रिय रूप से कार्य करेंगे।