एप्पल न्यूज़, शिमला
अखिल भारतीय कांग्रेस महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल ने प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्षों और महासचिवों से कोरोना माहमारी के चलते लॉक डाउन की बजह से लोगों को आ रही दिक्कतों को प्रभाबी ढंग से रखनें और उन्हें दूर करने के लिए हरसंभव प्रयास करने को कहा है। उन्होंने कहा है कि देश मे इस संकट की घड़ी में सबको एक साथ मिल कर प्रयास करने होगें।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्षों ,महासचिवों एवं कार्यकारणी के बरिष्ठ सदस्यों की एक बैठक को संबोधित करते हुए रजनी पाटिल ने कहा कि देश मे इस माहमारी से लड़ने के लिए संयुक्त प्रयासों की बहुत आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यह माहमारी देश मे विदेश से आई है।
पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने पहले ही सरकार को सचेत किया था, पर उसने इसे नजरअंदाज किया और आज यह माहमारी देश पर एक संकट बन गई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आज देश व प्रदेश की अर्थव्यवस्था को लेकर चिंतित है।
बढ़ती बेरोजगारी, गिरती देश की विकास दर, महंगाई ऐसी जटिल समस्याओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।उन्होंने कहा कि देश व प्रदेश विकास की राह पर आगे चले,इसके लिए कांग्रेस पर भी एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है।उन्होंने कांग्रेस नेताओं का आह्वान किया कि वह लोगों के बीच जा कर उनके दुख तकलीफों को दूर करने के लिए उनकी आवाज बुलंद करें।
प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने इस दौरान पार्टी नेताओं की सरहाना करते हुए कहा कि कोरोना माहमारी व लॉक डाउन से लोगों को आ रही समस्याओं को दूर करने में सभी नेता एकजुट और अपनी अपनी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभा रहे है।उन्होंने पार्टी नेताओं से कहा कि प्रदेश में किसानों, बागवानों के साथ साथ अन्य आम लोगों को आ रही किसी भी समस्या को नज़र अंदाज़ न किया जाए। लोगों की समस्याओं को सरकार के समक्ष प्रभाबी ढंग से रखने का कांग्रेस का महत्वपूर्ण दायित्व है।उन्होंने कहा कि लोगों के अधिकारों की लड़ाई लड़ने के लिए हमें सदैव तत्पर रहना है।
राठौर ने कहा कि प्रदेशम में किसानों,बागवानों के हितों की रक्षा करने में विफल सावित हो रही है।बेमौसमी वर्षा व ओलावृष्टि से किसानों बागवानों को भारी नुकसान पहुंचा है।उन्होंने कहा कि सरकार को प्रभावित किसानों, बागवानों को राहत के लिए सरकार से कांग्रेस को लड़ाई लड़नी पड़ेगी।उन्होंने कहा कि सरकार ने अगर समय रहते इसपर कोई सार्थक निर्णय नहीं लिया तो लोगों के हितों की लड़ाई कांग्रेस को लड़नी है।उन्होंने कहा कि प्रदेश में लॉक डाउन बड़े या नही ,इसपर कांग्रेसआगामी 2 दिनों में प्रदेश के नेताओं से बातचीत कर और स्थिति का अवलोकन करने के बाद ही कोई निर्णय लेते हुए अपना रुख स्पष्ट करेगी।
इस दौरान कांग्रेस उपाध्यक्षों ,महासचिवों एवं कार्यकारिणी के बरिष्ठ सदस्यों ने कहा कि वह प्रदेश कांग्रेस कमेटी के दिशा निर्देश पर लोगों को राहत सामग्री के साथ साथ कोरोना से बचाव के लिए मास्क व सेनेटाइजर भी वितरित कर रहे हैं।उन्होंने कहा वह प्रदेश की स्थिति पर अपनी पूरी नज़र रखें हुए है।
उन्होंने कहा कि भाजपा इस आपदा की घड़ी में भी अपनी राजनैतिक रोटियां सेंकने से बाज नही आ रही।उन्होंने कहा कि कांग्रेस राहुल गांधी के दिशानुसार अपनी रचनात्मक भूमिका निभा रही है, पर भाजपा के लोग इसमें रोड़ा अटकाने का पूरा प्रयास कर रही हैं।भाई भतीजावाद के चलते राशन वितरण, बाहर अन्य राज्यों में फंसे लोगों को लाने में भी राजनीति की जा रही है जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
कांग्रेस महासचिव रजनीश किमटा ने बताया कि आज की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग 5 घण्टे से अधिक समय तक चली जिसमें पार्टी के 43 नेताओं ने अपने अपने विचार रखें।उन्होंने बताया कि इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में प्रदेश कांग्रेस के सोशल मीडिया के प्रमुख अभिषेक राणा ने इस वीडियो संबाद में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।