एप्पल न्यूज़, शिमला
शिमला से कॉंग्रेस विधायक हरीश जनारथा ने भाजपा के मेनिफेस्टो में 40 हजार लीटर पानी फ्री करने के एजेंडे को जनता को लुभाने के फंडा बताया।
यदि सभी को फ्री पानी दिया तो फिर पूरा सिस्टम ध्वस्त हो जाएगा। यदि उन्हें ऐसा करना था तो फिर अपनी सरकार और अपनी नगर निगम में ऐसा प्रस्ताव लेकर इम्लीमेंट क्यों नही किया।
दूसरी तरफ वर्ल्ड बैंक के साथ पानी परियोजना को लेकर हुए MOU में हर साल 10 फीसदी बिल बढ़ोतरी किया है। यदि फ्री पानी किया तो विश्व बैंक फंडिंग नहीं करेगा और परियोजना बंद हो जाएगी।
पूर्व सरकार के किए 10 फीसदी बढ़ोतरी के चलते ही मजबूरन बढ़ोतरी करनी पड़ी। ऐसे में 40 हजार लीटर फ्री पानी का वादा भाजपा के सिर्फ शगूफा है।
वहीं बराबर टैक्स का मुद्दा पॉलिसी मैटर है जिस पर चर्चा के बाद निर्णय होगा। ये वादा भी किसी तरह से तार्किक नहीं है।
कूड़ा बिल में 50% कटौती करने की बात भी गम्भीर है। जबकि पूर्व में कोरोना काल मे टैक्स, किराया माफी भी सिर्फ शगूफा निकला।
सहब सोसायटी के नाम पर कई कर्मचारी और कार्य करवाया जा रहा है जिससे घाटा हो रहा है और न ही निगम की कोई आय हो रही है।
हर वार्ड में अब सुलभ शौचालय खोलने का वादा कर रहे हैं अपने समय मे मॉल रोड पर भी शौचालय समय पर नहीं बना पाए तो जनता के साथ झूठ न बोलें।
जबकि बाहरी क्षेत्रों में न सफाई है न पानी और उपयोग लायक ही नहीं रखे हैं। लेकिन कॉंग्रेस सरकार इन्हें दुरुस्त कर व्यवस्था सुधारेंगे।
भाजपा ने गरीबों व महिलाओं को दो बिस्वा जमीन देने की बात कही है, जबकि शिमला में सारी जमीन वन विभाग की है।
जिस तरह के वादे भाजपा ने किए हैं केवल लालच और गुमराह करने वाले हैं झूठे हैं और किसी तरह पूरे नहीं हो सकते। जबकि खुद की सरकार और निगम पर कब्जा रखने के बावजूद ट्रिपल इंजन की सरकार किसी काम की नहीं रही। अपने 5 साल में कोई काम किया नहीं अब जनता को फिजूल के लालच दे रही है।
हरीश जनारथा ने कहा कि मुंगेरी लाल के सपने दिखाकर जनता अब भाजपा के झांसे में आने वाली नहीं और नगर निगम चुनावों में भी भाजपा को हार देखनी पड़ेगी। जनता अब इनके झांसे में आने वाली नहीं है।
उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के नाम पर शिमला में भाजपा सरकार ने पैसों का भरपूर दुरुपयोग किया है। सरकार दस्तावेज निकाल रही है और जल्द इस मामले की जांच कर आरोपियों पर कार्रवाई की जाएगी।