एप्पल न्यूज़, शिमला
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी(मार्क्सवादी) का मानना है कि शिमला शहर के बीचोबीच स्थित जिला अस्पताल रिपन(डी डी यू) को डेडिकेटेड कोविड19 अस्पताल बनाने का सरकार का फैसला बिना सोचे समझे व जल्दबाजी में लिया गया फैसला है और मांग करती है कि इस फैसले को तुरन्त वापिस ले तथा इसमें नियमित ओ पी डी आरम्भ कर जनता को राहत प्रदान की जाए।
सरकार द्वारा 21 मार्च, 2020 को कोविड19 के बारे में बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में भी पार्टी ने सुझाव दिया था कि आई जी एम सी व रिपन(डी डी यू) अस्पताल में नियमित ओ पी डी जारी रखी जाए व नवबहार स्थित इंडस अस्पताल को तुरन्त डेडिकेटेड कोविड19 अस्पताल बनाया जाए। परन्तु सरकार ने इस पर कोई ध्यान नही दिया। पहले आई जी एम सी में एक महीने से अधिक समय तक ओ पी डी बन्द कर जनता को परेशानी में डाला गया और अब रिपन(डी डी यू) अस्पताल जिसमे शिमला शहर व बाहर से बड़ी संख्या में मरीज इलाज के लिए आते हैं इसे कोविड19 के लिए डेडिकेटेड अस्पताल बना दिया है और ओ पी डी बन्द कर जनता को और अधिक परेशानी में डाल दिया है। यह निर्णय बिल्कुल भी सही नहीं है और इसे सरकार को जनहित में तुरन्त बदलना चाहिए।
सरकार द्वारा लॉकडाउन व कर्फ्यू को लागू किए आज 45 दिन से अधिक समय हो गया है परन्तु अभी भी सरकार कोविड19 से निपटने के लिए कोई ठोस रणनीति व कार्यनीति नहीं बना पाई है और तदर्थवाद पर ही कार्य कर रही है। सरकार न तो आवश्यकता अनुसार टेस्ट कर पा रही है और न ही जो लोग कोविड19 के संभावित व प्रभावित मरीज है उनके लिए उचित व्यवस्था कर पा रही है। इनको क्वारंटाइन करने के लिए कोई भी न तो ठोस योजना है न ही कार्यक्रम हैं।
अभी तक अधिकांश जिलों में तो उचित क्वारंटाइन केंद्र भी स्थापित नही किये गए हैं। जहाँ कहीं स्थापित किये गए हैं वहाँ रहने, खाने, साफ सफाई व अन्य मूलभूत आवश्यकताएं भी उपलब्ध नहीं करवाई गई है। जिसकी हालत पिछले दिनों मीडिया में दिखाई गई रिपोर्टों ने जोगिन्दरनगर, चम्बा, कुल्लू व अन्य स्थानों में स्थापित क्वारंटाइन केंद्रों की लचर हालात को दर्शाया गई है। सरकार द्वारा क्वारंटाइन किए जाने वाले लोगो के प्रति भेदभावपूर्ण रवैया अपनाने व उनके लिए उचित व्यवस्था न करने के कारण ही उन्हें घर पर ही क्वारंटाइन रहने के लिए इजाजत देने से ही प्रदेश में पिछले चार दिनों से कोविड19 के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
इसके लिये मुख्यतः सरकार का तदर्थवाद दृष्टिकोण व लचर व्यवस्था ही जिम्मवार है।
सी.पी.एम.मांग करती है कि सरकार रिपन(डी डी यू) अस्पताल को डेडिकेटेड कोविड19 अस्पताल बनाने के निर्णय को तुरन्त बदल कर इसमें ओ पी डी तुरन्त आरम्भ कर जनता को इस विषम परिस्थिति में राहत प्रदान की जाए तथा इंडस अस्पताल को डेडिकेटेड कोविड19 अस्पताल बनाया जाए।
राज्य के बाहर से आ रहे सभी लोगो का टेस्ट कर उनकी क्वारंटाइन करने की स्थानीय स्तर पर उचित व्यवस्था की जाए। क्वारंटाइन केंद्रो में रहने, खाने, साफ सफाई व अन्य मूलभूत आवश्यकताओं को सुचारू रूप से उपलब्ध करवाया जाए। यदि सरकार सरकारी भवनों में उचित प्रबन्ध नहीं कर सकती तो अन्य राज्यों की भांति होटलों में इनके क्वारंटाइन की व्यवस्था की जाए।
पार्टी सरकार से बार बार आग्रह कर रही है कि आज दुनिया में कोविड19 से मुकाबला करने के लिये अपनाई जा रही रणनीति में केवल वही देश व राज्य ही इसको थामने में सफल हो रहे हैं जो एक ठोस रणनीति अपना कर अपनी स्वास्थ्य, सामाजिक व अन्य सेवाओं को सुदृढ़ कर इससे निपटने के लिए कार्य कर रहे हैं। जो देश तदर्थवाद व लचर कार्यक्रम व व्यवस्था से कार्य कर रहें हैं वहाँ भारी जान की क्षति उठानी पड़ रही है।
दुनिया के इस अनुभव से राज्य सरकार को इस कोविड19 से निपटने व इससे बाहर निकलने के लिए जंग की भांति एक ठोस रणनीति बना कर कार्य करना होगा। सी.पी.एम. इससे निपटने के लिए सरकार द्वारा उठाये गए सकारात्मक कार्यों में पूर्ण सहयोग प्रदान करेगी।