एप्पल न्यूज़, बैजनाथ
ब्लॉक कांग्रेस कमेटी बैजनाथ के महासचिव त्रिलोक सूर्यवंशी ने कहा कि प्रदेश के सबसे पुराने में से एक हिमाचल पथ परिवहन निगम के डिपो बैजनाथ के बस अड्डे की स्तिथि बहुत ही खराब और चिन्तनीय है। इस बारे सरकार, निगम और स्थानीय विधायक भली भाँति अवगत हैं। इस अड्डे का ना तो सुधार किया जा रहा है और ना इसे अन्य स्थल पर स्थानान्तरित किया जा रहा है।
बैजनाथ बस अड्डे में प्रति दिन सैंकड़ों गाड़ियों का आवागमन होता है।बर्तमान समय में इस अड्डे में मात्र एक समय में 10-12 बसें ही खड़ी हो सकती हैं। इस अड्डे का निर्माण लगभग 33-34 वर्ष पूर्व हुआ था।
इसके प्रवेश द्वार में खड्डे ही खड्डे हैं जिस कारण बारिश में यात्रियों का चलना फिरना दूभर हो जाता है। अड्डे में स्थित निगम भवन की दशा भी ठीक नहीं है। चारों तरफ कूड़ा कर्कट पड़ा रहने के कारण हर समय दुर्गंध फैली रहती है। इंतज़ार कक्ष की हालत भी बदतर है।
सूर्यवंशी ने कहा कि नये बस अड्डे आई.एस.बी.टी. का निर्माण निगम की वर्कशॉप में प्रस्तावित है जिसके लिए निगम द्वारा लगभग दो करोड़ साठ लाख का प्रावधान भी किया गया है। लेकिन अभी तक वर्कशॉप को अन्य स्थान पर स्थानांतरित करने के प्रयास भी नहीं किये गए हैं। कार्यशाला में मौजूद पुराने भवनों को गिराया जाना है। जिसके लिए निगम ने लोक निर्माण विभाग को भवनों को असुरक्षित घोषित करने के लिए लिखा था। जबाब में लोक निर्माण विभाग ने भवनों को असुरक्षित घोषित करने के बजाय भवनों की खराब दशा बता कर मुरम्मत करने की सलाह दे दी। अब निगम जिला प्रशासन के माध्यम से सरकार और सम्बन्धित विभाग से भवनों को गिराने की अनुमति मांग रहा है। इसके अतिरिक्त वर्कशॉप को अन्य जगह ले जाने के प्रयास भी फाईलों में दबे पड़े हैं।
वर्तमान बस अड्डे की दशा ठीक ना होने के कारण लोगों को प्रति दिन कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने इस असुविधा के लिए सरकार व स्थानीय विधायक को उतरदायी बताया हैं।