एप्पल न्यूज़, किन्नौर
उपायुक्त हेमराज बैरवा ने यहां बताया कि प्रदेश सरकार के आग्रह पर केन्द्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री केयर फंड से क्षेत्रीय अस्पताल रिकांग पिओ के लिए पीएसए आॅक्सीजन उत्पादन संयत्र स्वीकृत किया है। उन्होेंने इसके लिए प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस आॅक्सीजन संयत्र के लग जाने से क्षेत्रीय अस्पताल सहित कोविड मरीजों के इलाज के लिए अधिसूचित डीसीएचसी व डीसीसी को निर्वाध आॅक्सीजन मिलेगी।
उपायुक्त ने बताया कि आॅक्सीजन उत्पादन संयत्र के लगने से पाईप के माध्यम से हर बैड तक निर्वाध आॅक्सीजन उपलब्ध होगी। इससे आॅक्सीजन की वेस्टेज समाप्त होगी। उन्होंने बताया कि अभी जिले के लिए आॅक्सीजन के सिलैण्डर की आपूर्ति मण्डी तथा बद्दी से की जा रही थी। उन्होंने बताया कि जिले में पर्याप्त मात्रा में आॅक्सीजन उपलब्ध है।
बैरवा ने बताया कि जिले में 5 डेडिकेटिड कोविड केयर सैन्टर अधिसूचित किए गए हैं जिनमें 26 बिस्तरों की क्षमता वाला डेडिकेटिड कोविड केयर सैन्टर रिकांग पिओ, भावानगर 10 बिस्तरों वाला, सांगला 20 बिस्तरों वाला, 300 बिस्तरों की क्षमता वाला आईटीआई उरनी व 60 बिस्तरों की क्षमता वाला राजकीय ठाकुर सेन नेगी महाविद्यालय के छात्रा होस्टल शामिल है।
उन्होंने कहा कि इसके इलावा जिले के जिला आयुर्वैदिक अस्पताल को डीसीएचसी अधिसूचित किया गया है। यहां पर दाखिल रोगियों को सिलैण्डर द्वारा आॅक्सीजन सूविधा उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि कोविड के गम्भीर रोगियों को शिमला के दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल शिमला (जिला कोविड अस्पताल) अधिसूचित किया गया है, इन्दिरा गांधी मेडिकल काॅलेज एवं अस्पताल शिमला व रामपुर स्थित खनेरी अस्पताल को रैफर किया जा रहा है।