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हिंदी दिवस-शिक्षा मंत्री ने राजभाषा पुरस्कार से नवाजे सुरेन्द्र ठाकुर सहित कई अधिकारी कर्मचारी

एप्पल न्यूज़, शिमला

हिंदी हमारे देश का स्वाभिमान है और देश की अस्मिता और पहचान को बनाए रखने मे हिंदी का बहुत बड़ा योगदान है जो हमें भारतीय होने का गौरव प्रदान करती है।
शिक्षा कला एवं संस्कृति मंत्री गोविंद ठाकुर ने यह विचार गिएटी थिएटर में हिंदी दिवस समारोह के अंतर्गत राजभाषा पुरस्कार वितरण कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि हिंदी हमारी भाषा ही नहीं अपितु राजभाषा भी है । उन्होंने हिंदी को भारत के पुरातन काल के इतिहास और सांस्कृतिक प्रवाह की अविरल धारा बताया।

प्रदेश में हिंदी को शासकीय कामकाज में अपनाने के उद्देश्य से वर्ष 1975 में हिमाचल प्रदेश राजभाषा अधिनियम पारित किया गया। जिसमें हिंदी को प्रदेश की शासकीय भाषा घोषित किया गया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 मे स्पष्ट किया गया है कि भाषा कला एवं संस्कृति से अटूट रूप से जुड़ी हुई है।

उन्होंने कहा कि अनुभवों को ग्रहण करने एवं समझने की संरचना भाषा से तय होती है। उन्होंने कहा कि हिंदी हमारी निज भाषा है जो हमारी अभिव्यक्ति को सहज और सरल बनाती है और मौलिक चिंतन, मौलिक विचार व चेतना और अवचेतन मन में स्वाभाविक रूप से बस जाती है।
उन्होंने कहा कि हिंदी भाषा को सरकारी कामकाज में अधिक से अधिक व्यवहार में लाने के लिए प्रदेश सरकार सदैव प्रयासरत रहती है। उन्होंने बताया कि शासन में हिंदी भाषा का प्रयोग क्षमता का आकलन करने के उद्देश्य से हर वर्ष कार्यालयों का निरीक्षण किया जाता है ।

हिंदी के प्रति अधिकारियों और कर्मचारियों की रूचि बढ़ाने के उद्देश्य से हिंदी कार्य साधक ज्ञान प्रतियोगिताएं भी करवाई जाती है। हिंदी भाषा की और युवा पीढ़ी का ध्यान आकृष्ट करने के लिए स्कूल इंटर कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए हिंदी के अनेक विधाओं पर प्रतियोगिता करवाई जाती है और विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया जाता है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में साहित्यिक वातावरण बनाए रखने के लिए प्रदेश में युवा और वरिष्ठ साहित्यकारों को साहित्यिक मंच प्रदान किया जाता है।
उन्होने प्रदेश के विभिन्न कार्यालयों में हिंदी में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों कर्मचारियों को सम्मानित किया । जिसमें राज्य स्तरीय अंतर महाविद्यालय भाषण प्रतियोगिता में सुहानी अत्री राजकीय महाविद्यालय नाहन को प्रथम, निखिल गौतम राजकीय महाविद्यालय सोलन और पूजा राजकीय महाविद्यालय सुंदर नगर मंडी को तृतीय, मिनालिनी शर्मा राजकीय महाविद्यालय कांगड़ा, राज्य स्तरीय अंतर महाविद्यालय निबंध लेखन प्रतियोगिता में राजकीय महाविद्यालय नाहन की मनीषा को प्रथम, राजकीय महाविद्यालय चौड़ा मैदान की तमन्ना ठाकुर को द्वितीय, राजकीय उत्कृष्ट महाविद्यालय संजौली कि प्रियंका शर्मा को तृतीय तथा राजकीय महाविद्यालय मंडी के देशराज को और राजकीय संस्कृत महाविद्यालय श्वेता शर्मा को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया। राज्य स्तरीय अंतर महाविद्यालय कविता लेखन प्रतियोगिता में राजीव गांधी राजकीय महाविद्यालय चौड़ा मैदान के प्रांशु आदित्य को प्रथम, राजकीय महाविद्यालय कुल्लू के कमल चंद को द्वितीय तथा राजकीय महाविद्यालय पझोता की संज्ञा को तृतीय तथा राजकीय महाविद्यालय संजौली की सर्वजीत कौर और राजकीय महाविद्यालय संस्कृत कुल्लू की रितिका चौहान को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया।


वर्ष 2021 के लिए राजभाषा पुरस्कार निदेशालय स्तर के अधिकारियों में सत्या चौहान सहायक निदेशक अतिथि एवं प्रोटोकॉल को प्रथम और घनश्याम अधीक्षक पशुपालन विभाग भी संयुक्त रूप से प्रथम रहे। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सूचना अधिकारी रवि सहगल, परिवहन विभाग के जितेंद्र तोमर द्वितीय तथा पुलिस विभाग मुख्यालय के विनोद कुमार तथा पंचायती राज विभाग के केवल शर्मा को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया।
राज्य स्तरीय राजभाषा पुरस्कार निदेशालय स्तर पर वर्ष 2021 के लिए पुरस्कृत कर्मचारियों में परिवहन विभाग के रविंद्र कुमार मेहता और आर्थिक सलाहकार शिमला की निर्मला शर्मा संयुक्त रूप से प्रथम, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग शिमला के गोपाल किशन लिपिक को द्वितीय, अतिथि एवं प्रोटोकॉल विभाग के बिशन सिंह लिपिक को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया।
राज्य स्तरीय राजभाषा पुरस्कार सचिवालय स्तर पर वर्ष 2021 के लिए अधिकारी वर्ग में भाषा एवं संस्कृति शाखा सचिवालय के खेम चंद शर्मा प्रथम, पंजीयक सहकारिता की दुर्गेश द्वितीय रही।
राज्य स्तरीय राजभाषा पुरस्कार सचिवालय सरपंच 2021 में कर्मचारी वर्ग में भाषण संस्कृति शाखा सचिवालय की अंजू बाला एवं पंजीयक सहकारिता सभाएं मानसिंह संयुक्त रूप से प्रथम तथा प्रशासनिक सुधार सचिवालय के डॉक्टर जगजीवन शर्मा द्वितीय, ग्रामीण विकास विभाग सचिवालय के सुशील शर्मा तृतीय स्थान पर रहे।

राज्य स्तरीय राजभाषा पुरस्कार विश्वविद्यालय निगम अथवा बोर्ड स्तर पर वर्ष 2021 के लिए अधिकारियों को पुरस्कार प्रदान करने के वर्ग में हिमाचल प्रदेश खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के अशोक कुमार प्रथम, संपदा शाखा का नगर निगम शिमला के हीरानंद कश्यप एवं हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी दूध उत्पादक प्रसंग समिति के मोहर सिंह को संयुक्त रूप से द्वितीय तथा इंपोर्ट के केशु राम उप नियंत्रक को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया।

राज्य स्तरीय राजभाषा पुरस्कार विश्वविद्यालय निगम अथवा बोर्ड स्तर पर वर्ष 2021 के लिए कर्मचारियों में हिमाचल प्रदेश खादी एवं ग्रामोद्योग के जगदीश सावंत प्रथम, हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी दूध उत्पादक प्रसंग समिति के राम सिंह तथा महाप्रबंधक कार्यालय हिम फेड ज्योति देवी तृतीय रही।

वर्ष 2020 के लिए राज्य स्तरीय राजभाषा पुरस्कार निदेशालय स्तर पर अधिकारियों के वर्ग में आर्थिक सलाहकार हिमाचल प्रदेश के उपनिदेशक चंद्रमोहन प्रथम, सहकारी सभाएं संजना शर्मा जिला अन्वेषण द्वितीय रही।
राज्य स्तरीय राजभाषा पुरस्कार निदेशालय स्तर पर वर्ष 2020 कर्मचारी वर्ग में हिमाचल प्रदेश राज्य लेखा परीक्षा विभाग के चमन लाल प्रथम, आर्थिक सलाहकार हिमाचल प्रदेश के केवल राम द्वितीय तथा परिवहन विभाग के रविंद्र कुमार को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया।

राज्य स्तरीय राजभाषा पुरस्कार सचिवालय अधिकारियों के वर्ग में पंजीयक सहकारिता सभा कि दुर्गेश प्रथम, ग्रह अभियोजन विभाग के हश पाल सिंह द्वितीय इसी क्रम में कर्मचारी पुरस्कार श्रृंखला 2020 में पंजीयक सहकारिता सभाएं मानसिंह प्रथम, ग्रह अभियोजन के भूपेंद्र सिंह द्वितीय, ग्रामीण विकास की सुशील शर्मा तृतीय रहें।

विश्वविद्यालय निगम बोर्ड स्तर के अधिकारी वर्ग 2020 के लिए हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय हिंदी विभाग सहायक प्रोफेसर शोभा रानी प्रथम, हिमाचल प्रदेश खादी एवं ग्रामोद्योग के अशोक कुमार द्वितीय,
जिला युवा सेवा एवं खेल विभाग शिमला की निर्मला चौहान, पर्यटन विकास अधिकारी जिला शिमला कार्यालय की चंचला देवी, जिला कल्याण अधिकारी शिमला की भजनानंद को भी पुरस्कार प्रदान किया गया।
राज्य स्तरीय राजभाषा पुरस्कार वर्ष 2021 के जिला स्तर पर सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की उपनिदेशक मंडी जोन मंजुला कुमारी, पुलिस अधीक्षक मंडी के आरक्षी खजान सिंह, उप पंजीयक सहकारी सभाएं मंडी के राजकुमार, निरीक्षक जिला नियंत्रक हमीरपुर अरविंद शर्मा, अजय कुमार गिरी रक्षा वाहिनी वाहिनी हमीरपुर दीपक कुमार जिला सांख्यिकी कार्यालय जिला लोक संपर्क विभाग कुल्लू ईश्वरदास राणा, सहायक लोक संपर्क अधिकारी जिला पंचायत अधिकारी कार्यालय कुल्लू कुल्लू रजनीश कुमार उप शिक्षा निदेशक कुल्लू के विनोद कुमार युवा संयोजक खेल कार्यालय ऊना कि सुमन लता जिला युवा सेवा एवं खेल कार्यालय ऊना के अनिल कुमार जिला सांख्यिकी कार्यालय उन्नाव की कविता शर्मा जिला सांख्यिकी कार्यालय चंबा प्रेम प्रकाश जिला कोषाधिकारी चंबा ललित कुमार अधीक्षक हैंडीक्राफ्ट एवं हैंडलूम कॉरपोरेशन के किशोरी लाल जिला लोक संपर्क अधिकारी धर्मशाला के सहायक लोक संपर्क अधिकारी सुभाष चंद कटोच जिला उद्योग केंद्र धर्मशाला के बलदेव सिंह सैनिक कल्याण कांगड़ा धर्मशाला के सुरजीत कुमार आबकारी एवं कराधान विभाग किन्नौर के सुरेंद्र कुमार ठाकुर, पुलिस अधीक्षक कार्यालय किन्नौर नीलम, जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय की अंजू नेगी, उपमंडल अधिकारी नागरिक घुमारवी राजीव ठाकुर, जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान बिलासपुर के संदीप गौतम, उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा बिलासपुर के हरजीत, जिला कोषाधिकारी कार्यालय सोलन की श्यामा, पुलिस अधीक्षक राजीव कुमार सेवा एवं खेल कार्यालय सोलन रक्षा वर्मा, जिला पंचायत कार्यालय शिमला यशपाल शर्मा, जिला निर्वाचन कार्यालय शिमला राजेंद्र कुमार, जिला कल्याण अधिकारी कार्यालय शिमला के राकेश शर्मा, खण्ड विकास अधिकारी कार्यालय नाहन के विवेक अरोड़ा, खंड विकास अधिकारी कार्यालय नाहन की सीमा देवी, जिला लोक संपर्क अधिकारी कार्यालय नाहन के जय प्रकाश कार्यालय के कर्मचारी।
स्वागत संबोधन में भाषण संस्कृति विभाग के निदेशक डॉ पंकज ललित बताया कि हिंदी भाषा की प्रचार प्रसार के लिए विभाग द्वारा विभिन्न माध्यमों से कार्य किया जा रहा है। उन्होंने राज्य स्तरीय राजभाषा पुरस्कार कि प्रणाली के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विभागीय अधिकारियों द्वारा कार्यालयों में जाकर वहां हिंदी भाषा में किए जा रहे कार्यों के लिए अधिकारियों एवं कर्मचारियों का चयन किया जाता है।
कार्यक्रम में गोविंद ठाकुर ने शंकरलाल घोषित द्वारा लिखित पुस्तक चिंतन के संवेदी स्वर का विमोचन भी किया।
कार्यक्रम में महाविद्यालयों के लिए आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के निर्णायक मंडल श्री सुदर्शन वशिष्ठ कुंवर दिनेश विद्यानिधि छाबड़ा आत्म रंजन संगीता सारस्वत गुप्तेश्वर उपाध्याय एवं सत्यनारायण स्नेही को भी मंत्री ने सम्मानित किया।
आभार उद्बोधन में अतिरिक्त निदेशक सुरेश चंद्र जसवाल ने विभिन्न गतिविधियों के संबंध में जानकारी दी और सभी की उपस्थिति के लिए आभार व्यक्त किया

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