एप्पल न्यूज़, रामपुर बुशहर
हिमाचल कांग्रेस अध्यक्षा के गृह क्षेत्र में कांग्रेस के एक गुट ने वर्तमान विधायक के खिलाफ बगावत तेज कर दी है। इस गुट ने रामपुर बुशहर विधानसभा हल्के में आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की बैठके कर 15 वर्षो से चल रहे विधायक नन्दलाल के खिलाफ माहौल तैयार किया है।
कांग्रेस के एक गुट ने रामपुर के तकलेच में बैठक कर आरोप
लगाया कि विधायक के साथ-साथ ब्लॉक कांग्रेस में भी अवसरवादी लोग जोड़े गए है। जिन के परिवार से ही लोग अन्य दलों में भी मलाई मार रहे है। ऐसे लोग दोनों हाथो में लड्डू रखना चाहते है।
उन्होंने बताया कि विधायक का विरोध करने वालो को हल्के में लिया जा रहा है और प्रचारित किया जा रहा है कि मुट्ठी भर लोग विरोध कर रहे हैं। लेकिन जिस तरह से हर क्षेत्र में विधायक के खिलाफ नाराजगी है उससे आने वाले विधान सभा चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज रहे राजा वीरभद्र सिंह के गृहक्षेत्र और गढ़ रामपुर बुशहर में मुश्किलें पैदा हो सकती है।
उन्होंने कांग्रेस हाईकमान से आगामी विधान सभा चुनाव के लिए तुरंत प्रत्याशी बदलने की मांग की है। विरोधियों ने कहा कि विधायक का पिछले 15 साल का कार्यकाल निष्क्रिय रहा है। न तो वे क्षेत्र विकास में ज्यादा ध्यान देते हैं और ना ही क्षेत्र की समस्याओं एवं उनके दुख दर्द को समझने का प्रयास करते है। ऐसे में दो फीसदी जनसंख्या वाले समुदाय से जुड़े प्रतिनिधि को क्षेत्र का प्रतिनिधित्व देना उचित नहीं है।
पूर्व नगर परिषद उपाध्यक्ष रामपुर बुशहर हरिश्चंद्र चन्द्र लक्टू ने बताया कि गुटबाजी , गुटबाजी नहीं है। हम प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षा के वफादार सिपाही है। उन्होंने बताया कि ब्लाक कांग्रेस के कुछ लोग उन्हें मुट्ठी भर करार दे रहे है जबकि उन के साथ चार पूर्व ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष है।
वर्तमान में हालत ऐसे है कि ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष के गृह क्षेत्र में भाजपा बढ़त लेती है। ब्लाक कांग्रेस में परिवारवाद को बढ़ावा दिया है।
उन्होंने कहा रामपुर के विधायक लोगों के दुख सुख व विकास के प्रति सजग नहीं। नौकरियों में भी रिश्तेदारों को तव्वजो दिया गया है जो चिंतनीय है।
महेंद्र खुंद ने बताया कि हमारा विरोध सिर्फ एक व्यक्ति से हैं। हमारा विधायक गत 15 वर्षों में निष्क्रिय रहा। उन्होंने कहा विधायक का काम विधायक निधि बांटना ही नहीं होता है। इससे जनता का और क्षेत्र का विकास होने वाला नहीं है।
उन्होंने बताया कि ब्लॉक कांग्रेस द्वारा हमारे कार्यकर्ताओं पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। इस मुहिम को लोगों ने कई तरह से पेश करने की कोशिश की। कोई जाति जातिवाद रंग दे रहा है और कोई विरोधी गुट का।
किसी पार्टी का नैतिक पतन तब होता है जब कार्यकर्ताओ की आवाज को कुचलने की कोशिश होती है। यदि पार्टी हाईकमान ने कोई फैसला न लिया तो इसका खामियाजा पार्टी को ही भुगतना पड़ेगा।
पूर्व जिला परिषद सदस्य पदमा ने बताया कि विधायक के प्रति कार्यकर्ताओं में भारी रोष है। क्योंकि विधायक चंद लोगों को साथ लेकर चलते है। बाकी कांग्रेस के लोगों को दरकिनार किया है।
उन्होंने रामपुर ब्लॉक कांग्रेस में ऐसे लोगो का होना बताया जिन के परिवार के लोग विभिन्न दलों में है। वो चारों ओर से रोटियां सेकना चाहते है।
उन्होंने बताया कि रामपुर ब्लाक कांग्रेस में हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष के हिमायती नहीं बल्कि विधायक के इर्द गिर्द रहने वाले लोग है। जो पार्टी का नहीं अपना भला सोच रहे हैं।
ऐसे में यदि विधायक का टिकट नहीं बदला तो कांग्रेस के लिए ही मुश्किलें खड़ी होगी।