दिल्ली सरकार से पानी को लेकर एग्रीमेंट पर सीएम स्पष्ट करें अपना पक्ष- जयराम ठाकुर
निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे के बाद तीन सीट पर हो रहे उपचुनाव को लेकर कांग्रेस और भाजपा ने एकदुसरे पर हमले भी तीखे कर दिए हैं।
उपचुनाव को लेकर कांग्रेस सरकार बीजेपी को जिम्मेदार ठहरा रही है जबकि भाजपा उपचुनाव के लिए कांग्रेस की कारगुजारी को जिम्मेदार ठहरा रही है।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने शिमला में कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि निर्दलीय विधायकों को सरकार प्रताड़ित कर रही थीं जिसके चलते विधायको ने इस्तीफा देकर भाजपा विधायक के रूप में चुनकर आना स्वीकार किया है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि निर्दलीय विधायकों को सरकार का समर्थन देने का दबाव बनाया जा रहा था ऐसा न करने पर विधायकों और उनके परिवार को सरकार प्रताड़ित कर रही थी।
अगर विधान सभा अध्यक्ष पहले ही इस्तीफे स्वीकार कर लेती तो लोकसभा चुनाव कर साथ ही चुनाव हो जाते लेकिन सरकार को सत्ता से हाथ धोने का डर था।बीजेपी तीनों सीटों को जीतेगी इसमें कोई किंतु परंतु नहीं है।
सीएम सुक्खू सत्ता और अपनी कुर्सी बचाने में लगे हैं।प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर ठीक नहीं, सिरमौर में लापता कांस्टेबल अभी तक नहीं ढूंढा गया।
मंडी जिला में पुलिस कस्टडी में आरोपी की मृत्यु हो जाती है और सीएम कुर्सी बचाने के लिए शिमला से दिल्ली और दिल्ली से शिमला के चक्कर लगा रहे हैं।
वहीं जयराम ठाकुर ने कहा कि दिल्ली के जल संकट को लेकर हिमाचल सरकार को एग्रीमेंट की उलंघना नहीं करनी चाहिए।अगर हिमाचल में अपने पास पानी की कमी या नहीं है तो प्रभावी ढंग से सीएम को अपना पक्ष रखना चाहिए।
सीएम न अपना पक्ष रख रहे और न ही एग्रीमेंट के हिसाब से काम कर पा रहे हैं।उनको इस मामले में स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।
वहीं जयराम ठाकुर ने सीपीएस मामले पर कैबिनेट मंत्री जगत सिंह नेगी पर तंज कसते हुए कहा कि जगत नेगी कुछ भी बोलते हैं इसलिए उनकी जग हसाई होती है।
सीपीएस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने पहले भी नियुक्तियों को असंवैधानिक ठहराया है, हमें उम्मीद है सुनवाई के बाद अब हिमाचल में भी न्याय होगा।