एप्पल न्यूज़, शिमला
हिमाचल प्रदेश विधान सभा के माननीय अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की चौदहवीं विधानसभा का दूसरा सत्र जोकि वर्तमान सरकार का पहला बजट सत्र था पूर्ण सफलता के साथ सम्पन्न् हो चुका है।
यह बजट सत्र 14 मार्च, 2023 को आरम्भ हुआ तथा 6 अप्रैल, 2023 तक चला। इस बजट सत्र के दौरान कुल 16 बैठकें आयोजित की गई। 16 मार्च, 2023 तथा 24 मार्च, 2023 के दो दिन गैर सरकारी कार्य दिवस के लिए निर्धारित किये गये थे।
इस माननीय सदन की कार्यवाही 75 घंटे चली। जिला प्रशासन तथा विधान सभा सचिवालय के अधिकारी व कर्मचारी इसके आयोजन के लिए पूरी तरह सजग व समर्पित थे। हिमाचल प्रदेश सरकार के बहुमूल्य सहयोग तथा इन सभी के प्रयासों से ही यह संभव हो पाया है।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा अपनी गरिमा, मर्यादा तथा उच्च परंपराओं के लिए शुरू से ही पूरे भारतवर्ष में जानी जाती है। मुझे यह कहते हुए हर्ष हो रहा है कि इस सदन में सभी माननीय सदस्यों चाहे पक्ष से हो या विपष से सभी ने इन मर्यादाओं तथा परम्पराओं का सदैव सम्मान किया है जिसके लिए उन्होंने सभी का हृदय से आभार प्रकट किया । पठानिया ने कहा कि प्रश्नकाल भी हुए नियमों के तहत चर्चाएं भी हुई।
उन्होंने कहा कि दिनांक 17 मार्च, 2023 को माननीय मुख्य मन्त्री द्वारा बजट अनुमान वित्तीय वर्ष 2023-2024 प्रस्तुत किया । बजट अनुमानों पर सामान्य चर्चा चार दिन जिसमें कुल 52 सदस्यों ने भाग लिया एवं चर्चा 19 घण्टे 51 मिनट तक चली, चर्चा उपरान्त माननीय मुख्य मन्त्री ने दिनांक 23 मार्च, 2023 को 1 घण्टे 58 मिनट चर्चा का उत्तर दिया ।
दिनांक 27 मार्च को बजट की अनुदान मांगों पर विपक्ष ने अपने-अपने कटौती प्रस्ताव प्रस्तुत किए एवं सार्थक चर्चा की, चर्चा उपरान्त मुख्य मन्त्री /मन्त्रियों ने अपनी – अपनी मांगों से सम्बन्धित उत्तर दिए एवं मांगे पारित हुई। तदोपरान्त 29 मार्च को शेष मांगें गिलोटिन द्वारा सभी पूर्ण रूप से पारित हुई एवं विनियोग विधेयक पर विचार विमर्श एवं पारण हुआ ।
हांलाकि सत्र में 18 बैठकें प्रस्तावित थी लेकिन दोनों पक्षों की सहमति से राम नवमी के कारण दिनांक 31 मार्च व 01 अप्रैल को दो दिन सत्र की बैठकें स्थगित की गई ।
पठानिया ने कहा कि सत्र में जनहित के महत्वपूर्ण विषयों पर प्रश्नों के माध्यम से चर्चा हुई व सुझाव दिए गये जिनके दूरगामी परिणाम होंगे। इस सत्र के दौरान कुल 639 तारांकित तथा 257 अतारांकित प्रश्नों की सूचनाओं पर सरकार द्वारा उत्तर उपलब्ध करवाए गए।
सत्र में नियम-62 के अन्तर्गत 5 विषय, नियम-63 के अन्तर्गत 1 विषय तथा नियम-67 के अन्तर्गत स्थगन प्रस्ताव जोकि सरकार द्वारा डी- नोटिफॉई किये गये संस्थानों के बारे में था पर भी विस्तृत चर्चा की गई ।
उन्होंने कहा कि सत्र में दो दिन गैर-सरकारी सदस्य दिवस निधार्रित थे जिस पर माननीय सदस्यों ने नियम 101 के अन्तर्गत 3 गैर-सरकारी संकल्प प्रस्तुत किए ।
इसमे से 2 संकल्प चर्चा उपरान्त सदस्यों द्वारा सदन से वापिस लिये गये । एक संकल्प सदन द्वारा अगले सत्र के लिए स्थानांतरित किया गया ।
एक सरकारी संकल्प भी सदन में सार्थक चर्चा उपरान्त पास किया गया, जिसे आगामी कार्रवाई हेतु विभाग को प्रेषित कर दिया है।
नियम- 130 के अन्तर्गत 9 विषय चर्चा हेतु निर्धारित थे । जिस पर माननीय सदस्यों ने सार्थक चर्चा की ।
उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त 8 सरकारी विधेयकों को भी सभा में पुर:स्थापित एवं चर्चा उपरान्त पारित किये गए। नियम-324 के अन्तर्गत विशेष उल्लेख के माध्यम से 8 विषय सभा में उठाये गये तथा सरकार द्वारा इस सम्बन्ध में सदस्यों को वस्तुस्थिति से अवगत करवाया गया ।
सभा की समितियों के 28 प्रतिवेदन सभा में उपस्थापित किये गये। इसके अतिरिक्त मन्त्रियों द्वारा अपने-अपने विभागों से सम्बन्धित दस्तावेज भी सभा पटल पर रखे गए तथा महत्वपूर्ण वक्तव्य भी दिये गए ।
इस सत्र के दौरान प्रथम दिन जहां माननीय सदस्यों द्वारा स्व0 मनसा राम का निधन हुआ था को समूचे सदन द्वारा श्रद्धांजली दी गई तथा सदन द्वारा उनके परिवार के प्रति हार्दिक संवेदना प्रकट की गई तथा शोक सतंप्त परिवार को इस असहनीय कष्ट को सहन करने की प्रार्थना की गई।
16 दिवसीय सत्र की कार्यवाही को देखने के लिए करीब 1200 छात्र -छात्राएं यहां पहुँचे जो संसदीय प्रणाली की मजबूती का आधार है तथा युवाओं का इस ओर आकर्षित होना लोकतांत्रिक प्रणाली के सुनहरे भविष्य का संकेत है।
उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान उनका भरसक प्रयास रहा कि सत्र की कार्यवाही सौहार्दपूर्ण वातावरण में चले। इसके लिए श्री पठानिया ने माननीय मुख्य मन्त्री , नेता प्रतिपक्ष, उप मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया जिनकी वजह से इस माननीय सदन की कार्यवाही को वह सुचारू रूप से संचालित कर पाये।
पठानिया ने माननीय संसदीय कार्यमन्त्री, का भी धन्यवाद किया जिन्होंने सदन में दोनों पक्षों के बीच बेहतर समन्वय बनाए रखा। उन्होंने सभापति तालिका के सदस्यों का भी धन्यवाद किया जिन्होंने कार्यवाही के संचालन में बहुमूल्य सहयोग दिया ।
उन्होंने माननीय सदन के समस्त सदस्यों का भी आभार व्यक्त किया जिन्होंने इस सदन की समय सीमाओं और नियमों का पालन करते हुए अपने-अपने विषयों को सदन में उठाया।
पठानिया ने विधान सभा सचिव और समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों एवं राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों/कर्मचारियों के सहयोग के लिए उनका आभार किया जिन्होंने कठिन परिश्रम व अपने अथक प्रयासों से इस सत्र के लिए दिन-रात कार्यकर इस सत्र से सम्बन्धित कार्य को समयवद्ध तरीके से निपटाने में पूर्ण सहयोग दिया।
उन्होंने जिला प्रशासन का धन्यवाद किया जिन्होंने सत्र में भाग लेने आए माननीय सदस्यों अधिकारियों तथा कर्मचारियों के ठहरने की बेहतरीन व्यवस्था की तथा पर्यटन विकास निगम के अधिकारियों तथा कर्मचारियों का भी धन्यवाद किया जिन्होंने सभी के लिए पौष्टिक तथा स्वादिष्ट भोजन की समय-समय पर समुचित व्यवस्था की ।
उन्होंने प्रिंट एवं इलैक्ट्रोनिक मीडिया के सभी पत्रकार मित्रों का भी धन्यवाद किया जिन्होंने विधान सभा की कार्यवाही को प्रदेश के जन-जन तक पंहुचाने में अत्यन्त महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
पठानिया ने सदन के नेता तथा माननीय मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविन्दर सिंह सुक्खू को वर्तमान सरकार के पहले बजट सत्र के पूर्ण होने पर हार्दिक बधाई दी तथा सभी प्रदेशवासियों के सुखद, समृद्ध तथा स्वस्थ जीवन की कामना की। उन्होंने हिमाचल दिवस की भी सभी प्रदेशवासियों को अग्रिम बधाई दी तथा सभी से आग्रह किया कि सभी मिलकर इस शान्ति प्रिय प्रदेश को खुवसूरत , स्बावलंबी तथा समृद्ध बनाने में अपना-अपना सहयोग दें।