एप्पल न्यूज़, शिमला/जुब्बल कोटखाई
हिमाचल भाजपा ने जुब्बल-कोटखाई उपचुनाव में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी नीलक सरैईक के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले पूर्व मंत्री स्व नरेंद्र बरागटा के पुत्र चेतन बरागटा को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। भाजपा कार्यालय सचिव प्यार सिंह की ओर से बाकायदा निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप के निर्देशों पर पार्टी ने यह कार्रवाई की है। चेतन वर्तमान में भाजपा आईटी सैल के प्रदेश संयोजक के पद पर कार्यरत थे।
चेतन अपने पिता नरेंद्र बरागटा के निधन के बाद से ही पार्टी नेताओं के साथ जनता के बीच थे और सभी नेता उन्हें भावी प्रत्याशी के तौर पर प्रोजेक्ट कर रहे थे। लेकिन टिकट के समय परिवारवाद के नाम पर उनका टिकट काट दिया।
चेतन का आरोप था कि टिकट यदि उन्हें नहीं दिया तो वरिष्ठ नेताओं को मिलना चाहिए था लेकिन टिकट बागी रही नीलम को दिया जिससे वह नाराज थे। और समर्थकों की सलाह पर निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया।
पार्टी को उम्मीद थी कि चेतन अपना नामांकन वापस ले लेंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ और अब पार्टी के समक्ष विपक्षी कांग्रेस के साथ ही भाजपा के अपनों से भी मुश्किलें आना लाजिमी है।
अब चेतन बरागटा को सेब चुनाव चिन्ह मिल गया है। चेतन बरागटा ने कहा कि मुझ पर बहुत दबाव था लेकिन किसी के दबाव में नहीं आया। अब जुब्बल-कोटखाई की जनता के निर्देश पर सब कुछ दांव पर लगाकर चुनाव लड़ रहा हूं। जनता उनके साथ है और जीत दर्ज करेंगे।