एप्पल न्यूज़, शिमला
व्यय पर्यवेक्षक महेश जी जिवाड़े ने 65-जुब्बल-कोटखाई में प्रत्याशियों के एजेंटों के साथ चुनाव खर्चों के रख-रखाव के संबंध में बैठक की। उन्होंने कहा कि प्रत्याशियों का चुनाव खर्च 30.8 लाख से अधिक नहीं होना चाहिए।
उन्होंने चुनाव व्यय रजिस्टर के रख-रखाव, बैंक खाता खोले जाने तथा रजिस्टर भरने की प्रक्रिया व अन्य आवश्यक निर्देश एजेंटों को दिए।
उन्होंने कहा कि आगामी 18, 23 व 28 अक्तूबर, 2021 को प्रत्याशियों के व्यय रजिस्टरों की जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान कोविड-19 मानक संचालनों की अनुपालना प्रत्याशियों द्वारा सुनिश्चित की जानी आवश्यक है। इस संबंध में किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरती जानी चाहिए।

उन्होंने आज अंतरराज्य कुडु बैरियर का औचक निरीक्षण कर चुनाव के दौरान उत्तराखंड सीमा पार से आने-जाने वाली गाड़ियों की निगरानी व जांच के लिए किए जा रहे प्रबंधों की समीक्षा की।
उन्होंने बैरियर पर तैनात कर्मचारियों से इस संबंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त की तथा आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। उन्होंने गाड़ियों की जांच व निगरानी के लिए स्थापित किए गए सीसीटीवी कैमरों तथा रजिस्टर आदि की भी जांच की।
उन्होंने हाटकोटि से आगे पराहट में स्टेटिक सर्विलेंस टीम का भी निरीक्षण किया। परौंठी के समीप उन्होंने गश्त कर रहे फलाईंग स्काॅयड को रोक कर उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों का निरीक्षण व जानकारी प्राप्त की।
उन्होंने इस दौरान सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुरूप स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया को सम्पन्न करवाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।
उन्होंने कहा कि चुनाव में धन बल और अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए इन सभी अधिकारियों का अहम योगदान है। इसके अतिरिक्त चुनावी खर्चों की निगरानी के लिए भी एसएसटी, फ्लाईंग स्काॅयड तथा वीडियो निगरानी दल महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।