एप्पल न्यूज़, ऊना
ऊना में पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सीबीआई द्वारा जांच के लिए बुलाये जाने पर बोलते हुए कहा की पिछले 75 वर्षों में दिल्ली की सरकार देश में एक ऐसा मोडल उभर कर आई है, जिस में जो लोग भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने उतरे थे, वो आज भ्रष्टाचार के दलदल में फांसे है।
उन्होने कहा की अरविंद केजरीवाल सरकार के अनेक मंत्री और विधायक जेल गए हैं और शराब मामले में दिल्ली में लूट का खुला खेल हुआ जो अरविंद केजरीवाल के नाक के तले और उनकी सहमति से हुआ।
उन्होने कहा की मुख्य आरोपी मनीष सीसोदिया जेल में हैं और अभी किंगपिन की बारी बाकी है । उन्होने कहा की जांच ऐजैन्सिया निष्पक्ष है और भ्रष्टाचारियों को सज़ा होनी चाहिए ।
उत्तर प्रदेश में असद अहमद की पुलिस एनकाउंटर में मृत्यु हो जाने पर विपक्षी नेताओं द्वारा शोर मचाने बारे बोलते हुए उन्होने सवाल किया कि एक भगोड़े की मृत्यु पर विपक्ष हो-हल्ला क्यूँ मचा रहा है ।
उन्होने कहा की जब उत्तर प्रदेश में इन लोगों सरकार होती थी तब माफियाओं द्वारा निर्दोष लोगों की हत्याएँ हैती थीं, लेकिन सरकारें चुप रहती थीं । हालत इतनी गंभीर होती थी की पुलिस कार्यवाई करने से डरती थी और अदालतों में मामले लंबित रहते थे ।
उन्होने कहा कि माफियाओं के खिलाफ पुलिस कार्यवाई का स्वागत करना चाहिए था, लेकिन विपक्ष, अपराधियों के साथ लामबद्द हुआ है, जो अफसोसजनक है ।
राहुल गांधी को दो वर्ष की सज़ा और उनकी सांसद पद से बर्खास्तगी पर जब पूछा गया की काँग्रेस नेता इस मामले को भाजपा द्वारा न्यायालय का दुरुपयोग करने का आरोप लगा रही है, इसपर अनुराग ठाकुर ने कहा की काँग्रेस पार्टी संवैधानिक संस्थाओं का अपमान करती आ रही है ।
उन्होने आरोप लगाया कि यह मानसिकता, उनके दीवलियापन को दर्शाता है और पार्टी यह पचा नहीं पा रही है कि एक परिवार के सदस्य को सज़ा कैसे हो गई । उन्होने कहा कि देश वासियों को मालूम है कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी अनेक मुकद्दमों में जमानत पर है ।
उन्होने आगे कहा कि राहुल गांधी ऐसे सात मामलों में जमानत पर हैं, जो भ्रष्टाचार और अवमानना से सम्बद्ध हैं । उन्होने कहा कि जिस मामले मैं उन्हें अब सज़ा हुई, वह 3 वर्षों से चल रहा था और राहुल गांधी ने अहंकार के चलते पिछड़े समाज से माफी नहीं मांगी ।
उन्होने कहा कि न्यायालय द्वारा बार-बार मौके देने का बावजूद राहुल गांधी ने माफी मांगने से इन्कार कर दिया । उन्होने कहा कि सांसद पद से राहुल गांधी उसी वक्त अयोग्य हो गए थे जब उन्हें दो वर्ष की सज़ा सुनाई गई ।