एप्पल न्यूज़, दिल्ली शिमला
हिमाचल प्रदेश राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में कौशल विकास और व्यावसायिक शिक्षा को राज्य के समग्र विकास में एक महत्वपूर्ण पहलू के रूप में जोर दिया है।
सरकार ने युवाओं के बीच कौशल विकास को बढ़ावा देने और उनकी रोजगार क्षमता में सुधार के लिए कई महत्व्यपूर्ण योजनाओ को शुरू किया हैं जिसके तहत राज्य सरकार राज्य में कौशल विकास और व्यावसायिक शिक्षा के माध्यम से एक कुशल कार्यबल तैयार करना है जो राज्य के आर्थिक विकास एवं सतत विकास में योगदान दे सके।
हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम समस्त समझौता ज्ञापनो पर हस्ताक्षर करने की घोषणा करते हुए बहुत प्रफुल्लित है जिसके तहत ब्यूटी एंड वेलनेस सेक्टर स्किल काउंसिल (बी एंड डब्ल्यूएसएससी), टेलीकॉम सेक्टर स्किल काउंसिल (टीएसएससी), इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर स्किल्स काउंसिल ऑफ इंडिया (ईएसएससीआई) और स्किल काउंसिल फॉर ग्रीन जॉब्स (एससीजीजे) के प्रतिनिधियों क्रमशः मोनिका बहल, अरविंद बाली, डॉ अभिलाषा गौर और अर्पित शर्मा ने समस्त समझौता ज्ञापनों का प्रतिनिधित्व एवं उन पर हस्ताक्षर किये।
समस्त समझौता ज्ञापनों का उद्देश्य इन संगठनों के साथ उनकी विशेषज्ञता पर सहयोग करने के लिए एक रणनीतिक साझेदारी स्थापित करना है, इन समझौता ज्ञापनों का उद्देश्य व्यक्तियों को तकनीकी कार्यों और नौकरियों के लिए आवश्यक ज्ञान, कौशल और क्षमता प्रदान करना है।
तकनीकी शिक्षा व्यक्तियों को विभिन्न प्रकार के उद्योगों में जैसे विनिर्माण, निर्माण, इंजीनियरिंग, सूचना प्रौद्योगिकी, जीवन शैली जैसे व्यवसायों में रोजगार प्राप्त करने योग्य बनता है।
इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों को आम तौर पर इस तरह से डिजाइन किया जाता है कि यह एक विशिष्ट व्यापार या पेशे में प्रशिक्षण के साथ-साथ उम्मीदवारों को विषय वस्तु की गहरी समझ एवं सैद्धांतिक निर्देश प्रदान करता है।
ब्यूटी एंड वेलनेस सेक्टर स्किल काउंसिल (B&WSSC) 800 उम्मीदवारों को ब्राइडल फैशन और पोर्टफोलियो मेकअप आर्टिस्ट, असिस्टेंट स्पा थेरेपिस्ट और स्पा थेरेपिस्ट जैसे 3 अलग-अलग जॉब रोल में प्रशिक्षित करने का अनुबंध किया है।
टेलीकॉम सेक्टर स्किल काउंसिल (टीएसएससी) को भी 3 अलग-अलग जॉब रोल- टेलीकॉम रिगर-5G और पुराने नेटवर्क, तकनीशियन 5G एक्टिव नेटवर्क इंस्टालेशन और प्रोजेक्ट इंजीनियर-5जी नेटवर्क में इस समझौता ज्ञापन के तहत 650 उम्मीदवारों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर स्किल्स काउंसिल ऑफ इंडिया (ईएसएससीआई) का लक्ष्य 600 उम्मीदवारों को 3 अलग-अलग जॉब रोल जैसे की सोलर पैनल इंस्टालेशन टेक्निशियन, बैटरी सिस्टम असेंबली ऑपरेटर (ईवी) और मोटर एंड कंट्रोलर रिपेयरिंग टेक्निशियन (ईवी) में प्रशिक्षित करना है
स्किल काउंसिल फॉर ग्रीन जॉब्स (SCGJ) सोलर पीवी इंस्टालर (सूर्यमित्र), सोलर पीवी इंस्टालर इलेक्ट्रिकल एंड सोलर लाइटिंग असेम्बलर (ऐच्छिक: होम लाइटिंग सिस्टम/स्ट्रीट लाइट्स) प्रशिक्षण कार्यक्रमों के तहत 600 उम्मीदवारों को प्रशिक्षित करेगा।
एससीजीजे को 2000 प्रशिक्षित उम्मीदवारों के लिए जर्मनी से पहले ही आवश्यकताएँ प्राप्त हो चुकी हैं, इसलिए राज्य के युवाओं को निश्चित रूप से इस पहल से लाभ होगा।
जतिन लाल, एमडी-एचपीकेवीएन का कहना है कि हम इन सम्मानित संगठनों के साथ इस साझेदारी से बहुत उत्साहित हैं और अपने साझा लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए मिलकर काम करने के लिए तत्पर हैं।
कोर्स प्रोग्राम इस तरह से डिजाइन किया गया हैं कि प्रशिक्षित उम्मीदवारों के लिए इंटरनेशनल प्लेसमेंट की गुंजाइश भी हो।
इन समझौता ज्ञापनों के माध्यम से, हम हिमाचल के युवाओं के लिए कौशल प्रशिक्षण के क्षेत्र में सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए अपनी संबंधित ताकत और विशेषज्ञता का लाभ उठाने की उम्मीद करते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी साझेदारी से नवोन्मेषी समाधान और सार्थक परिणाम निकलेंगे।
यह अपनी तरह की पहली पहल है जहां एचपीकेवीएन उम्मीदवारों को प्रशिक्षित करने के लिए सेक्टर स्किल काउंसिल के साथ सहयोग कर रहा है और संभावित उम्मीदवारों पर इसका बड़ा प्रभाव पड़ने की संभावना है एवं इसके माध्यम से वांछित परिणाम भी मिलेंगे।
महाप्रबंधक- एचपीकेवीएन डॉ. सनील ठाकुर भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे।