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“विश्व जनसंपर्क दिवस” पर PRSI शिमला चैप्टर ने किया ऑनलाइन सेमिनार, जनसंपर्क की क्षमता का बेहतरीन इस्तेमाल करने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत -जयश्री जेठवानी

एप्पल न्यूज, शिमला
पब्लिक रिलेशंस सोसाइटी ऑफ इंडिया, शिमला चैप्टर ने विश्व जनसंपर्क दिवस के अवसर पर एक वेबिनार का आयोजन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पीआरएसआई शिमला चैप्टर के उपाध्यक्ष डॉ बीएस पंवार ने की।

सेमिनार की मुख्य वक्ता डॉ. जयश्री जेठवानी, वरिष्ठ सलाहकार संचार (आईटीएसयू) स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और पूर्व प्रोफेसर और विभाग्याध्यक्ष (एडवरटाइजिंग और पब्लिक रिलेशन्स ) इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मास कम्युनिकेशन्स, दिल्ली , सीनियर रिसर्च फेलो आईसीएसएसआर ने कहा कि जनसंपर्क पेशेवर आज के समाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

उन्होंने कहा कि संगठनों और जनता के बीच सेतु के रूप में कार्य करना, संचार रणनीतियों को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करना, पारदर्शिता और विश्वास सुनिश्चित करना एक जनसंपर्क अधिकारी का काम है।

ऐसे युग में जहां सूचना स्वतंत्र रूप से और तेजी से प्रवाहित होती है, कुशल पब्लिक रिलेशन्स प्रोफेशनल के महत्व को कम करके आंका नहीं जा सकता है। वे संगठनों की जटिल चुनौतियों से निपटने, हितधारकों के साथ जुड़ने और सार्वजनिक राय को बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

डॉ. जेठवानी ने कहा कि हिमाचल में पीआर प्रोफेशनल्स आपदा प्रबंधन ठीक से काम कर रहे हैं और कोई भी नकारात्मक खबर सामने नहीं आ रही है।

सभी हितधारक एक-दूसरे का समर्थन और सहयोग कर रहे हैं और जानकारी का अच्छे से प्रबंधन हो रहा हैं जिसका दूसरे राज्यों को भी अनुसरण करना होगा।

पीआरएसआई शिमला चैप्टर के उपाध्यक्ष बीएस पंवार ने कहा कि हिमाचल के सभी पीआर प्रोफेशनल विश्व जनसंपर्क दिवस मनाने के लिए ऑनलाइन एक साथ आये हैं। यह एक वार्षिक कार्यक्रम है जो व्यक्ति और समग्र रूप से समाज के जनमत यानि राय को आकार देने और संगठनों के बीच संबंध बनाने में जनसंपर्क की आवश्यक भूमिका को पहचानने के लिए समर्पित है।

इस वर्ष का थीम, “सार्वजनिक संबंधों की क्षमता का दोहन करने के लिए एक साथ काम करना – आगे की राह” है। वैश्विक स्तर पर जनसंपर्क के प्रभाव को प्रभावी बनाने के लिए आवश्यक सहयोगात्मक प्रयासों पर जोर दिया जाना चाहिए ।

उन्होंने आगे कहा कि हर तरफ से सूचनाओं की भरमार है, इसलिए एक पीआर प्रोफेशनल को खुद को रणनीतिक रूप से सशक्त बनाना चाहिए और अपने क्षेत्र की हर छोटी बड़ी जानकारी से अवगत रहना चाहिए।
नेशनल पब्लिक रिलेशंस सोसाइटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष अजीत पाठक ने अपने संबोधन में कहा कि इस वर्ष का विश्व जनसंपर्क दिवस थीम जनसंपर्क उद्योग के भीतर सहयोग की शक्ति पर प्रकाश डालला है।

एक साथ काम करके, पेशेवर नवाचार को आगे बढ़ाने, उभरती चुनौतियों से निपटने और विकास के अवसरों का लाभ उठाने के लिए अपने सामूहिक ज्ञान, कौशल और अनुभवों का लाभ उठा सकते हैं।

सहयोग के माध्यम से ही जनसंपर्क की क्षमता का पूरी तरह से उपयोग किया जा सकता है, जिससे सार्थक और प्रभावशाली परिणाम प्राप्त हो सकते हैं।
पैनलिस्ट डॉ. सुनैना, सहायक प्रोफेसर, पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग, गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय, हिसार (हरियाणा) ने कहा कि जनसंपर्क पेशेवरों को विभिन्न विषयों, उद्योगों और भौगोलिक क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।

रूढ़ियों को तोड़कर और सर्वोत्तम तकनीकों और ज्ञान को साझा करके, वे नई रणनीतियाँ और दृष्टिकोण विकसित कर सकते हैं जो समाज की उभरती जरूरतों को दर्शाते हैं।

चाहे वह डिजिटल संचार चैनलों को अपनाना हो या विविधता और समावेशन की वकालत करना हो, सहयोगात्मक प्रयास पीआर प्रोफेशनल को आगे रहने और सकारात्मक भविष्य को आकार देने में सक्षम बनाएंगे।
प्रवीन कुमार डीआईपीआरओ, पंचकुला, आईपीआरओ/हरियाणा पुलिस मुख्यालय के अतिरिक्त प्रभार, ने कहा कि इस विश्व जनसंपर्क दिवस पर, आइए हम दुनिया भर में जनसंपर्क प्रोफेशनल के समर्पण और व्यावसायिकता को पहचानें।

उनका काम संगठनों और उनके द्वारा सेवा की जाने वाली जनता के बीच समझ, विश्वास और सार्थक संबंध बनाने में सहायक है। इस दिन को मानाने का उद्देश्य पीआर प्रोफेशनल को नए कौशल, तकनीक और सकारात्मक बदलाव लाने और जनसंपर्क के क्षेत्र को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है ।
एक अन्य पैनलिस्ट डॉ. शील निधि त्रिपाठी, एसोसिएट प्रोफेसर, भारती विद्यापीठ के इंस्टीट्यूट ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन एंड मैनेजमेंट, नई दिल्ली ने कहा कि सोशल मीडिया के इस युग में एक गैर पेशेवर व्यक्ति की पहुंच एक पीआर प्रोफेशनल से अधिक है। इसलिए जानकारी को सावधानी से इस्तेमाल करें। पारंपरिक पीआर पर्याप्त नहीं है। पीआरएसआई जैसे व्यावसायिक निकायों को आगामी पीआर प्रोफेशनल का मार्गदर्शन करना चाहिए।
पीआरएसआई शिमला चैप्टर के राष्ट्रीय परिषद सदस्य अशोक शर्मा ने धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया और कहा कि हिमाचल में खराब मौसम के कारण इस बार ऑनलाईन वेबिनार का आयोजन किया ताकि सभी पीआर प्रोफेशनल विश्व पीआर दिवस पर मिल सकें।

पीआरएसआई शिमला चैप्टर की महासचिव डॉ. देव कन्या ठाकुर ने सत्र का संचालन किया और पीआरएसआई शिमला चैप्टर के सचिव कोषाध्यक्ष जग मोहन शर्मा ने सत्र का तकनीकी समन्वय किया।
विश्व जनसंपर्क दिवस मनाने के लिए, 55 पीआर प्रोफेशनल ने इस वेबिनार में भाग लिया।
इनमें फाउंडर मेम्बर बीडी शर्मा, अध्यक्ष रणवीर वर्मा, उपाध्यक्ष डॉ बीएस पंवार नेशनल काउंसिल मेम्बर अशोक शर्मा, यादवेंद्र चौहान, शैलेन्द्र कंवर, पूर्व अध्यक्ष प्रदीप कंवर, विजय वर्मा, आरती गुप्ता, कवलजीत, शारदा नेगी, डॉ रमेश चौहान, सुरेश ठाकुर, ह्रदय पाल सिंह, उमा ठाकुर, पन्ना लाल शर्मा, कंवरपाल, श्वेता, राहुल, रोहित, ज्योति, अली जॉन, प्रियंका, अशफ़ाक़, प्यार सिंह, चंद्रशेखर वर्मा, विकास, सूरज, विक्रांत, हिमन्द्री, अंकुश डोभाल और अंशु सहित अन्य सदस्यों ने भाग लिया।

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