BJP ने 6 दलबदलुओं को बनाया मोहरा, 4 जून को उनका राजनीतिक कैरियर होगा पूरी तरह से चौपट:
एप्पल न्यूज़, शिमला
लोकसभा चुनाव के लिए अब तक हुए पांच चरणों के चुनाव में भाजपा बुरी तरह से पराजित हो गई। अपनी पराजय को स्वीकार न कर पाना भाजपा नेताओं को नागवार गुजर सकता है। क्योंकि भाजपा सत्ता की लोभी है। जो चुनी हुई सरकारों को गिराने का काम करती है।
अपने आपको को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी कहने वाली भाजपा में लीडर कम डीलर ज्यादा हैं। जो विधायकों की खरीद फरोख्त करने के में माहिर है। शिमला से जारी एक प्रेस बयान में प्रदेश कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष संजय अवस्थी ने भाजपा की कथनी और करनी पर बड़े सवाल उठाए हैं।
उन्होंने कहा भाजपा इस बार लोकसभा चुनाव में सत्ता से बाहर होने वाली है लेकिन सत्ता में रहने के लिए वह सांसदों की खरीद -फरोख्त भी कर सकती है। क्योंकिं आज़ाद भारत में चुनी सरकार को गिराने और विधायकों की खरीद- फरोख्त का ट्रेंड भाजपा लाई है।
चुने हुए प्रतिनिधियों की खरीद फरोख्त के बढ़ते प्रचलन के चलते आज देश का संविधान खतरे में आ गया है। इसलिए देश के 38 राजनीतिक घटक दलों ने इंडिया गठबंधन का निर्माण किया है।
अवस्थी ने भाजपा नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा आज सिर्फ दो लोगों की पार्टी बनकर रह गई है। जहां सिर्फ दो लोग मनमाने फैसले लेकर जनता पर थोपने का काम करते हैं इन दोनों रंगा- बिला के सामने भाजपा नेताओं की भी नहीं चलती है।
जो भी भाजपा नेता इन्हें कुछ बोलते हैं उन्हें राजनीति से ही बाहर किया जाता है। चाहे वे BJP के संस्थापक सदस्य व पूर्व गृह मंत्री लाल कृष्ण आडवाणी हों,मुरली मनोहर जोशी हों, सुब्रमण्यम स्वामी हो, या योगी आदित्यनाथ हो,नितिन गडकरी हो,शिवराज सिंह चौहान हो सभी को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया है।
उन्होंने कहा कि अपनी राजनीति चमकाने के लिए इन दोनों ने भाजपा में 75 साल राजनीतिक पारी से रिटायर होने की सीमा तय की है लेकिन खुद नरेंद्र मोदी अगले वर्ष 75 साल के होने वाले हैं क्या वे अपने बनाए कानून को अपने ऊपर लागू करेंगे।
उन्होंने कहा कि अब तो भाजपा नेता भी मोदी और अमित शाह को बाहर का रास्ता दिखाना चाहते हैं। जो इस बार लोकसभा चुनाव इनके खिलाफ काम कर रहे हैं।
अवस्थी ने कहा कि जिस तरह से पहले महाराष्ट्र, MP, गोवा में विधायकों की खरीद -फरोख्त कर अपनी सरकार बनाई उसी तरह भाजपा ने ऑपरेशन लोटस के तहत हिमाचल की सरकार को गिराने का षडयंत्र रचा था लेकिन देवभूमि हिमाचल में इनकी एक नहीं चली आज कांग्रेस की सरकार के पास बहुमत है औए आगे भी रहेगा।
क्योंकि जिन 6 दलबदलुओं ने पैसे की आड़ में पीठ पर छुरा घोंपा था आज वे प्रदेश की जनता के सामने बेनकाब हो गए हैं। उन्हें अभी तक यह समझ नहीं आया है कि उन्हें भाजपा ने अपना मोहरा बनाया है जिन्हें अभी चुनाव में यूज कर थ्रो किया जाएगा।
4 जून के बाद इन सभी 6 दलबदलुओं का राजनीतिक कैरियर भी तबाह होने वाला है क्योंकि प्रदेश की जनता इन्हें एक जून को पूरी तरह से नकारकर कांग्रेस प्रत्याशियों को जिताएगी और सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार को और मजबूत करेगी।