एप्पल न्यूज़, शिमला
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने शनिवार को चंडीगढ़ में प्रदेश के जाने-माने कवि गुरमीत बेदी के कविता संग्रह ‘मेरी ही कोई आकृति’ का विमोचन किया। वल्र्ड बुक फेयर का हिस्सा बन चुके इस कविता संग्रह का जर्मनी में भी अनुवाद हो चुका है।
राज्यपाल ने साहित्य की हर विधा में लेखन करके राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई पुरस्कार हासिल करने के लिए गुरमीत बेदी को बधाई दी और आशा व्यक्त की कि वह भविष्य में भी अपनी लेखनी से साहित्य जगत को समृद्ध करते रहेंगे। उन्होंने कहा साहित्य समाज का दर्पण होने के साथ-साथ समाज को संवेदनशील बनाता है और प्रदेश सरकार भी साहित्य, कला व संस्कति के संरक्षण व संवर्धन के लिए प्रतिबद्ध है।
गुरमीत बेदी के इस कविता संग्रह में 63 कविताएं हैं जो देश की नामी पत्रिकाओं में प्रकाशित व चर्चित हो चुकी हैं। देश के विख्यात कवि पदमश्री लीलाधर जगूड़ी ने इस कविता संग्रह की भूमिका लिखी है।
गुरमीत बेदी ने देश के साहित्यिक परिदृश्य में कवि, कहानीकार, उपन्यासकार, व्यंग्यकार व स्तंभ लेखक के रूप में अपनी पहचान बनाई है और तीन उपन्यासों के अलावा 9 किताबें साहित्य जगत को दी हैं। हाल ही में उनकी ज्योतिषशास्त्र पर शोध पुस्तक भी प्रकाशित हुई है। गुरमीत बेदी इन दिनों सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के चंडीगढ़ स्थित प्रेस संपर्क कार्यालय में उपनिदेशक के पद पर कार्यरत हैं।