एप्पल न्यूज़, शिमला
नागालैंड के पूर्व राज्यपाल और सीबीआई निदेशक रहे हिमाचल प्रदेह के पूर्व डीजीपी IPS अधिकारी अश्वनी कुमार ने आत्महत्या कर ली है। राजधानी शिमला के ब्राकहाॅस्ट स्थित अपने निजी निवास पर बुधवार शाम उनका शव फंदे से लटका पाया गया। वह 70 वर्ष के थे।
इस घटना की सूचना मिलते ही एसपी शिमला पुलिस की टीम सहित मौके पर पहुंके और शव को कब्जे में लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी। पुलिस को घटनास्थल से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। सुसाइड नोट में लिखा गया है कि \”जिंदगी से तंग आकर अगली यात्रा पर निकल रहा हूं।\”
पुलिस अधीक्षक शिमला मोहित चावला ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि हैंगिंग के इस मामले की जाच की जा रही है।
पूर्व डीजीपी रहेे अश्वनी कुमार नाहन के रहने वाले थे औऱ 1973 बैच के IPS अधिकारी रहे हैं। वह वर्ष 2006 से 2008 तक हिमाचल के पुलिस महानिदेशक रहे। अगस्त 2008 से नवंबर 2010 के बीच सीबीआई निदेशक रहे थे।
अश्वनी कुमार सीबीआई के पहले ऐसे प्रमुख हैं जिन्हें बाद में राज्यपाल बनाया गया था। मार्च 2013 में उन्हें नागालैंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया था। हालांकि वर्ष 2014 में उन्हांेने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया था। इसके बाद वह शिमला में एपीजी यूनिवर्सिटी में प्रो वीसी भी रहे।
मौजूदा वक़्त में रिटायर होने के बाद वे लॉकडाउन के दौरान अपने इकलौते बेटे के पास मुम्बई में थे लेकिन पिछले कुछ समय पहले अपने घर शिमला लौट आए थे। आत्महत्या की इस घटना से हर कोई हैरान है। क्योंंकि यहाँ हर कोई उनकी जिंदादिली की मिसाल देता था। वे बड़े ही हँसमुख स्वभाव के शख्स थे और हर व्यक्ति से पूर्ण अपनत्व के साथ मिलते थे।
अब आखिर ऐसा क्या हुआ कि अपने सुसाइड नोट में लीलह कर गए कि – \”जिंदगी से तंग आकर अगली यात्रा पर निकल रहा हूं।\” एक नेकदिल इंसान आखिर किससे परेशान था। इतने उच्च पदों पर आसीन रहने के बावजूद ऐसा क्या हुआ कि अंतिम वक्त में अपने जीवन से ही हार गया। अब पुलिस इस बात की जांच कर रही है।