एप्पल न्यूज़, शिमला
निदेशालय स्कूल शिक्षा, हिमाचल प्रदेश में अंतरराष्ट्रीय वॉलीबॉल प्रतियोगिता (अंडर-15) में भाग लेकर स्वदेश लौटी छात्राओं के सम्मान हेतु एक संक्षिप्त कार्यक्रम आयोजित किया गया।
उल्लेखनीय है कि यह अंतरराष्ट्रीय वॉलीबॉल प्रतियोगिता दिनांक 09 दिसंबर से 13 दिसंबर 2025 तक चीन में आयोजित की गई, जिसमें भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए ठाकुर रामलाल स्पोर्ट्स हॉस्टल, जुब्बल की तीन होनहार छात्राओं ख्याति धांता, रिया तथा प्रीति ने सहभागिता की और प्रदेश व देश का गौरव बढ़ाया।
इस अवसर पर निदेशक स्कूल शिक्षा, हिमाचल प्रदेश आशीष कोहली जी ने छात्राओं को शुभाशीर्वाद प्रदान करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने हेतु उन्हें हार्दिक बधाई दी।
निदेशक ने इस उपलब्धि के लिए स्पोर्ट्स हॉस्टल के संचालक बलवंत झोटा, समस्त हॉस्टल स्टाफ एवं सभी शारीरिक शिक्षकों की सराहना करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश खेलों के क्षेत्र में निरंतर सशक्त रूप से आगे बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार विद्यालयों में अध्ययनरत छात्रों को बेहतर खेल सुविधाएं उपलब्ध कराने तथा खेल अधोसंरचना को आधुनिक, वैज्ञानिक एवं प्रोफेशनल स्वरूप देने के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है और इस दिशा में निरंतर प्रयासरत है।
निदेशक ने यह भी बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा टूर्नामेंटों में भाग लेने वाले सरकारी विद्यालयों के खिलाड़ियों की डाइट मनी ₹120 से बढ़ाकर ₹250 तथा स्पोर्ट्स हॉस्टलों में रह रहे खिलाड़ियों की डाइट मनी भी ₹250 किए जाने से सकारात्मक एवं उत्साहवर्धक परिणाम प्राप्त हो रहे हैं।
उन्होंने अवगत कराया कि विगत वर्ष राष्ट्रीय स्तरीय स्कूल खेल प्रतियोगिताओं में हिमाचल प्रदेश के खिलाड़ियों द्वारा 33 पदक अर्जित किए गए, जबकि चालू वर्ष में 40 से अधिक पदक प्राप्त होने की प्रबल संभावना है।
निदेशक ने खेलों को बच्चों के सर्वांगीण विकास का सशक्त माध्यम बताते हुए कहा कि खेलों से जुड़कर छात्र नकारात्मक प्रवृत्तियों एवं नशे जैसी सामाजिक कुरीतियों से दूर रहते हैं तथा स्वस्थ, अनुशासित एवं सकारात्मक जीवन की ओर अग्रसर होते हैं, जिससे प्रदेश का नाम राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन होता है।
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि 3 प्रतिशत स्पोर्ट्स कोटा के अंतर्गत सरकारी सेवाओं में अवसर उपलब्ध होने से खिलाड़ियों का भविष्य सुरक्षित होता है।
उन्होंने आगे जानकारी दी कि वर्ष 2025-26 में हिमाचल प्रदेश को अंडर-14 वॉलीबॉल, अंडर-19 कबड्डी तथा हैंडबॉल की तीन राष्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगिताओं की मेजबानी प्राप्त हुई है, जो खेलों के प्रति प्रदेश सरकार की मजबूत प्रतिबद्धता को स्पष्ट रूप से दर्शाती है।
इस अवसर पर संतोष चौहान, एडीपीओ (मुख्यालय), जिन्होंने उपरोक्त अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में रेफरी के रूप में सेवाएं प्रदान कीं, को भी निदेशक महोदय द्वारा बधाई दी गई।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संतोष चौहान, महासचिव, हिमाचल प्रदेश स्कूली खेल संगठन ने छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि प्रदेश के सभी शारीरिक शिक्षकों को चयन प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी, निष्पक्ष एवं दक्षतापूर्ण बनाना होगा।
उन्होंने सुझाव दिया कि इसके लिए निदेशालय स्तर पर समिति का गठन, स्पोर्ट्स हॉस्टलों का नियमित निरीक्षण तथा वैज्ञानिक एवं आधुनिक प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार करना अत्यंत आवश्यक है, जिससे खिलाड़ियों को उच्च स्तरीय खेल कौशल प्रदान किया जा सके।





