एप्पल न्यूज़, शिमला
जिला परिषद अध्यक्ष चन्द्र प्रभा नेगी की अध्यक्षता में उपायुक्त कार्यालय बचत भवन में जिला परिषद शिमला की साधारण बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक में मनरेगा के अंतर्गत 598 करोड़ रुपये की 13 विकास खण्डों के लिए लगभग 62 हजार 500 शैल्फों को पारित किया गया।
उन्होंने अतिरिक्त उपायुक्त शिमला को जिला परिषद की बैठक में सभी विभागाध्यक्षों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए तथा अनुपस्थित विभागाध्यक्षों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए।
बैठक में सभी सदस्यों द्वारा रखे गए प्रस्ताव एवं प्रश्नों पर विस्तृत चर्चा की गई, जिसमें पर्यटन, शिक्षा, राजस्व, पंचायती राज, ग्रामीण विकास, बागवानी, स्वास्थ्य, हिमफैड, लोक निर्माण, अग्निशमन, पशुपालन एवं वन विभाग से जुड़े मुद्दे शामिल थे। प्रस्ताव एवं प्रश्नों पर संबंधित विभागों के विभागाध्यक्षों द्वारा विस्तृत जानकारी दी एवं उन्हें जल्द से जल्द पूर्ण करने का आश्वासन भी दिया।
चन्द्रप्रभा नेगी ने जिला परिषद सदस्यों द्वारा प्रस्ताव एवं प्रश्नों को निपटाने के लिए विभाग के विभागाध्यक्षों से तुरन्त कार्रवाई करने एवं उन्हें पूर्ण करने के लिए निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि जिला परिषद सदस्यों द्वारा समय-समय पर अपनी मांगों से अवगत करवाया जाता है और सभी विभाग कार्य को पूर्ण करने के लिए संबंधित जिला परिषद सदस्यों के साथ समन्वय बांध कर कार्य को तेजी से पूर्ण करने में अपना सहयोग करें ताकि पंचायत एवं ग्रामीण स्तरों पर रहे लोगों को विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ प्राप्त हो सके।
बैठक में 5 नए प्रस्ताव को भी रखा गया, जिसमें सदस्य सुभाष कैंथला ने सैंज में एनएच-5 सैंज पर व भुट्टी पंचायत के बड़ागांव में वर्षा शालिका का निर्माण, एसजेवीएनएल के द्वारा सीएसआर के माध्यम से विकास खण्ड नारकंडा में सार्वजनिक स्थानों पर बैंच लगाने तथा नारकंडा में पर्यटन विभाग द्वारा स्किंग गाइड कोर्स शुरू करने के प्रस्ताव रखे गए वहीं सदस्य अनिल काल्टा द्वारा जुब्बल-कोटखाई क्षेत्र की सभी सड़कों पर साईन बोर्ड तथा ड्रग्स के संबंध में प्रस्ताव रखे।
बैठक में राज्य सभा सांसद प्रो. सिकंदर कुमार ने कहा कि हम सभी को राजनीति से ऊपर से उठकर सरकारी योजनाओं को धरातल पर लाने की आवश्यकता है ताकि आमजन मानस को इन योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा लाभ हो सके। उन्होंने कहा कि हम सभी को समाज में रह रहे हर व्यक्ति को साथ लेकर कार्य करने की आवश्यकता है।
बैठक में उपाध्यक्ष जिला परिषद सुरेन्द्र रेटका, जिला परिषद के अन्य सदस्यगण, अतिरिक्त उपायुक्त शिमला शिवम प्रताप सिंह, कार्यकारी जिला पंचायत अधिकारी संजय भगवती, विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष एवं अन्य अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित थे।