एप्पल न्यूज, सीआर शर्मा आनी
राजकीय महाविद्यालय आनी में बुधवार को साहित्य परिषद एवं संगीत परिषद के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी एवं सांगीतिक प्रस्तुति आयोजित की गई । जिसमें महाविद्यालय प्राचार्य डॉ कंवर दिनेश सिंह ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।
संगोष्ठी में डॉ सूरत ठाकुर ने अपना बीज वक्तव्य प्रस्तुत किया। इसके अतिरिक्त एचपीयू सांध्यकालीन अध्ययन विभाग से डॉ आशुतोष कुमार।
राजकीय महाविद्यालय सिराज से प्रो नवल किशोर, राजकीय महाविद्यालय बासा से प्रो रोहित ठाकुर, राजकीय महाविद्यालय कुल्लू से पंडित विद्यासागर ने स्रोत वक्ता के रूप में भाग लिया।
ऑनलाइन तकनीकी सत्रों में महिला महाविद्यालय हिसार, हरियाणा से डॉ मधुबाला तथा राजकीय महाविद्यालय भद्रवाह, जम्मू से डॉ रजनी कुमारी ने बतौर स्रोत वक्ता अपने व्याख्यान दिए।
विभिन्न तकनीकी सत्रों में शिक्षाविदों, शोधार्थियों एवं छात्रों ने ऑनलाइन व ऑफलाइन लगभग 60 शोध पत्र प्रस्तुत किये। आनी कॉलेज प्राचार्य डॉ कुँवर दिनेश सिंह ने अपने व्याख्यान में लोक साहित्य एवं संस्कृति की वर्तमान प्रासंगिकता पर अपने विचार रखे।
उन्होंने कहा कि भारतीय लोक साहित्य एवं संस्कृति में समस्त प्राणियों के कल्याण का भाव अनुस्यूत है। उन्होंने लोक संस्कृति के विभिन्न तत्वों का जिक्र करते हुए साहित्य एवं संस्कृति पर संगोष्ठियों के महत्व पर प्रकाश डाला।
वहीं लेखक डॉ सूरत ठाकुर, प्रो रोहित ठाकुर तथा पंडित विद्यासागर ने अपनी सांगीतिक प्रस्तुतियों से समा बांधा। डॉ सूरत ठाकुर ने अपनी लाइव प्रस्तुति में कुल्लुवी नाटी की विभिन्न तालों का परिचय प्रस्तुत किया।
प्रो रोहित ठाकुर ने हिमाचली लोकगीतों पर अपनी शानदार प्रस्तुति से सबको मुग्ध कर दिया। तकनीकी सत्रों में डॉ आशुतोष कुमार ने लोक साहित्य एवं शिष्ट साहित्य के अन्तर्सम्बन्धों पर प्रकाश डाला।
प्रो नवल किशोर ने भारतीय ज्ञान परंपरा एवं साहित्य पर अपने विचार रखे। इस अवसर पर पीएम श्री विद्यालय आनी से प्रभारी प्रधानाचार्य श्यामानंद, हरीश ठाकुर, अर्जुन पीटीए सदस्य सुषमा सूद, ओमा शर्मा, समाजसेवी धनी राम ठाकुर सहित महाविद्यालय के समस्त शिक्षक, गैर शिक्षक कर्मचारी व छात्र उपस्थित रहे।