एप्पल न्यूज, शिमला
हिमाचल प्रदेश की दो पंचायतों, शिमला जिले की थानाधार पंचायत और हमीरपुर जिले की सिकंदार पंचायत, ने अपने उत्कृष्ट सामाजिक कार्यों और जल संरक्षण में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है।
इन पंचायतों को हाल ही में राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया, जिससे पूरे प्रदेश में गर्व का माहौल है।
थानाधार पंचायत की उपलब्धि
शिमला जिले की थानाधार पंचायत को “सामाजिक रूप से सुरक्षित गांव” की श्रेणी में देशभर में दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है। इस उपलब्धि के लिए पंचायत को 75 लाख रुपये का पुरस्कार प्रदान किया गया।
इसके अतिरिक्त, थानाधार पंचायत को “नानाजी देशमुख सर्वोत्तम पंचायत” के लिए भी चुना गया, जिसके लिए पंचायत को 50 लाख रुपये का अतिरिक्त इनाम दिया गया। इस तरह थानाधार पंचायत को कुल 1.25 करोड़ रुपये का पुरस्कार मिला है।
पंचायत ने अपने कार्यों के माध्यम से समाज में सुरक्षा, समावेशिता और विकास को बढ़ावा देने का बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किया है।
पंचायत प्रधान संदीप ने बताया कि दिल्ली में आयोजित एक समारोह में उन्हें यह सम्मान मिला। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पंचायत अगले वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान हासिल करने के लिए और भी मेहनत करेगी।
सिकंदार पंचायत की उपलब्धि
हमीरपुर जिले के बमसन ब्लॉक की सिकंदार पंचायत ने जल संरक्षण में उल्लेखनीय कार्य किया है। इसके लिए पंचायत को “जल पर्याप्त पंचायत” श्रेणी में दूसरा स्थान प्रदान किया गया। इस श्रेणी में पंचायत को उनके प्रयासों के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार के रूप में सम्मानित किया गया।
जल संरक्षण के क्षेत्र में सिकंदार पंचायत ने अपने क्षेत्र के जल संसाधनों को संरक्षित करने और उनके सतत उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी कदम उठाए हैं।
पंचायत के प्रयास न केवल पर्यावरण संरक्षण में सहायक रहे हैं, बल्कि क्षेत्र के लोगों के लिए जल संकट से निपटने में भी मददगार साबित हुए हैं।
पंचायती राज मंत्री ने दी बधाई
दोनों पंचायतों के प्रधानों ने शिमला सचिवालय में पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह से मुलाकात की। मंत्री ने दोनों पंचायतों की उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि यह हिमाचल प्रदेश के लिए गर्व की बात है कि प्रदेश की पंचायतों ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। उन्होंने कहा कि इन उपलब्धियों से अन्य पंचायतों को भी प्रेरणा मिलेगी, जिससे वे भी सामाजिक और विकास कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगी। मंत्री ने इसे पंचायती राज विभाग के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताया और पंचायत प्रधानों को भविष्य में और बेहतर कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया।
प्रेरणा का स्रोत बनी पंचायतें
थानाधार और सिकंदार पंचायतों की इस सफलता ने प्रदेश के अन्य पंचायतों के लिए एक मिसाल पेश की है। इनके द्वारा किए गए कार्य यह दिखाते हैं कि जब स्थानीय प्रशासन और समुदाय मिलकर काम करते हैं, तो न केवल समाज में सकारात्मक बदलाव आते हैं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान भी मिलता है। इन पुरस्कारों ने यह साबित किया है कि छोटी-छोटी पहलों के जरिए बड़े बदलाव लाए जा सकते हैं।
हिमाचल की इन पंचायतों की सफलता न केवल प्रदेश का नाम रोशन करती है, बल्कि अन्य पंचायतों और संगठनों को भी सामाजिक और पर्यावरणीय कार्यों में उत्कृष्टता प्राप्त करने की प्रेरणा देती है।