IMG_20250414_113426
IMG_20250414_113426
previous arrow
next arrow

पूर्व PM डॉ. मनमोहन सिंह के नाम होगा हिप्पा का नाम, CM सुक्खू ने की घोषणा

file_000000009ee061f79c7a6faba24452b9
file_00000000934c61f8b77af5384f2a351e
previous arrow
next arrow

दृष्टिबाधित बच्चों की पेंशन बढ़ाकर 4 हजार रुपए करने की घोषणा की

एप्पल न्यूज, शिमला
 
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने हिमाचल प्रदेश लोक प्रशासन संस्थान (हिप्पा), शिमला की स्थापना के 50 वर्ष पूर्ण होने पर संस्थान का नाम पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय डॉ. मनमोहन सिंह के नाम पर रखने की घोषणा की।

उन्होंने हिप्पा में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि भी अर्पित की और कहा कि उनकी दुरदर्शी नीतियों के कारण देश के लोग आत्म-सम्मान के साथ खड़े हैं और हिमाचल प्रदेश के विकास में भी उनका विशेष योगदान रहा है।

उनके प्रयासों से हिमाचल प्रदेश में अनेक बड़े संस्थान खुले, जिसका लाभ आज प्रदेश के लोगों को मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर हिप्पा की एक कॉफी टेबल बुक का विमोचन भी किया।
उन्होंने हिप्पा में स्पेशल एजुकेटर की तीन जनवरी तक चलने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम का भी शुभारंभ किया, जिसमें 80 शिक्षक भाग ले रहे है।

उन्होंने कहा कि शिक्षकों को न्यू एज टेक्नोलोजी से विशेष बच्चों को पढ़ाने का प्रशिक्षण प्राप्त होगा, जिससे दृष्टिबाधित बच्चों को लाभ मिलेगा। यह नई पद्धति ब्रेल का स्थान लेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के संसाधनों में दृष्टिबाधित बच्चों को भी उनका हक मिलना चाहिए। उन्होंने प्रदेश के सभी दृष्टिबाधित बच्चों को मिलने वाली 1500 रुपए मासिक पेंशन को 27 वर्ष की आयु तक बढ़ाकर 4 हजार रुपए करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इसका प्रावधान राज्य सरकार आगामी बजट में करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार दृष्टिबाधितों को आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी संसाधनों से हिमाचल प्रदेश की कुल आय 16 हजार करोड़ रूपये वार्षिक है, जबकि सरकारी कर्मचारियों के वेतन और पेंशन पर ही सालाना 27 हजार करोड़ रुपये व्यय होते हैं।

उन्होंने कहा कि हमें आने वाले समय के लिए हिमाचल प्रदेश की दिशा तय करनी होगी, इसीलिए हम हिमाचल प्रदेश की आय बढ़ाने के लिए प्रयास कर रहे हैं, ताकि प्रदेश के लोगों का भविष्य सुखमय हो।

उन्होंने कहा कि इसमें सभी वर्गों के सहयोग की आवश्यकता है। पिछले दो वर्षों से हमारी सरकार कड़ी मेहनत कर अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने में सफल रही है, जिसमें सभी अधिकारियों और कर्मचारियों का सहयोग मिल रहा है।
ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश के संसाधनों में सभी वर्गों का अधिकार है, इसीलिए नीतिगत परिवर्तन लाया जा रहा है।

ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है और आने वाले समय में ऐसी कई योजनाएं ला रहे है, जिनसे ग्रामीण क्षेत्रों सहित ग्रामवासियों की आर्थिकी में सुधार होगा।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अनाथ बच्चों के लिए मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना के साथ विधवाओं और एकल नारियों का कल्याण सुनिश्चित करने के साथ-साथ सभी वर्गों के उत्थान के लिए योजनाएं कार्यान्वित की हैं।
मुख्यमंत्री ने हिप्पा की स्थापना के 50 वर्ष पूर्ण होने पर संस्थान के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि सुशासन कांग्रेस सरकार का मूल मंत्र है और इसके लिए अधिकारियों को बेहतर और तकनीक आधारित प्रशिक्षण प्रदान करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इस कार्य में हिप्पा की विशेष भूमिका है।
सचिव प्रशासनिक सुधार एवं प्रशिक्षण सी. पालरासु ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री का स्वागत किया और हिप्पा की गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की।
इस अवसर पर ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह, एपीएमसी शिमला किन्नौर के अध्यक्ष देवानंद वर्मा, नगर निगम शिमला के महापौर सुरेंद्र चौहान, निदेशक हिप्पा रूपाली ठाकुर, उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप, परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा राजेश शर्मा और गणमान्य उपस्थित थे।

Share from A4appleNews:

Next Post

बजट की तैयारी- 3 व 4 फरवरी को होगी विधायक प्राथमिकता बैठकें, CM सुक्खू करेंगे अध्यक्षता

Thu Jan 2 , 2025
एप्पल न्यूज, शिमला वार्षिक बजट 2025-26 में विधायकों की प्राथमिकताओं के निर्धारण के लिए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में दो दिवसीय बैठकों का आयोजन 3 और 4 फरवरी, 2025 को हिमाचल प्रदेश सचिवालय में किया जाएगा।3 फरवरी, 2025 को पूर्वाह्न 10.30 बजे से 1.30 बजे तक कांगड़ा, […]

You May Like

Breaking News