एप्पल न्यूज, शिमला
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के दौरान HPPCL के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की संदिग्ध मौत को लेकर विपक्ष ने सदन में जोरदार हंगामा किया।
विपक्ष ने इस मामले में सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए काम रोको प्रस्ताव लाया, लेकिन स्पीकर द्वारा प्रस्ताव को स्वीकार न किए जाने पर विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि विमल नेगी की मौत में कई सवाल उठ रहे हैं, जिसे लेकर निष्पक्ष जांच आवश्यक है।

उन्होंने आरोप लगाया कि FIR में एक अधिकारी का नाम स्पष्ट रूप से दिया गया है, जबकि अन्य अधिकारियों को बचाने का प्रयास किया गया है।
साथ ही सरकार पर मृतक अधिकारी के परिजनों पर धरना समाप्त करने का दबाव बनाने के आरोप भी लगे।
विपक्ष ने यह भी सवाल उठाया कि चार योग्य अधिकारियों को दरकिनार कर देशराज को डायरेक्टर क्यों नियुक्त किया गया।
विपक्ष ने इस पूरे मामले में CBI जांच की मांग करते हुए कहा कि HPPCL की कार्यप्रणाली पहले से ही विवादों में रही है और इस संदिग्ध मौत पर सरकार को स्पष्ट जवाब देना होगा।
सरकार द्वारा जांच पर टालमटोल रवैया अपनाने से विपक्ष और मृतक के परिजन सरकार की नीयत पर सवाल उठा रहे हैं।